हरियाणा की जीत पर झारखंड ने जताया विरोध

65वीं राष्ट्रीय अंडर 14 फुटबाल स्पर्धा के फाइलन मुकाबले में हरियाणा टीम ने झारखंड को एक शून्य से मात देकर चैंपियनशिप पर कब्जा जमाया। स्पर्धा में झारखंड दूसरे और मणिपुर तीसरे स्थान पर रहा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Jan 2020 06:40 AM (IST) Updated:Sun, 19 Jan 2020 06:40 AM (IST)
हरियाणा की जीत पर झारखंड ने जताया विरोध
हरियाणा की जीत पर झारखंड ने जताया विरोध

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : 65वीं राष्ट्रीय अंडर-14 फुटबॉल प्रतियोगिता के फाइलन मुकाबले में हरियाणा की जीत पर झारखंड टीम ने सवाल उठाए हैं। टीम मैनेजर और खिलाड़ियों का आरोप है कि अधिकारियों ने गलत तरीके से मैच जिताया है और टीम सदस्यों के साथ भी बदसलूकी की। झारखंड की टीम मैच छोड़कर मैदान से बाहर आ गई। इस दौरान करीब 10 मिनट तक मैच बंद रहा। इसके बाद कड़े मुकाबले में हरियाणा ने झारखंड को 1-0 से हराया।

शनिवार को प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला खेला गया। हरियाणा और झारखंड की टीम मैदान में उतरी। पहले हाफ में दोनों टीमें बराबरी पर रही। हरियाणा टीम की कैप्टन एवं गोलकीपर कविता गोल बचाने के चक्कर में दो बार घायल हुई। झारखंड टीम के मैनेजर और कोच एक्स्ट्रा खिलाड़ियों के साथ बैठकर मैदान में खेल रहे खिलाड़ियों को निर्देशित कर रहे थे। वे चीफ रेफरी के मना करने के बाद भी वहीं बैठे रहे। उन्होंने दोनों को रेड कार्ड दे दिया।

यहां उठा विवाद

सेकंड हाफ में हरियाणा की टीम को फ्री हिट दिया गया। खिलाड़ी भावना ने गोल दाग दिया। इसके बाद झारखंड के टीम मैनेजर ने अपनी टीम को बाहर बुला लिया। उनके समर्थन में बिहार की खिलाड़ी भी उतर आईं। उनका आरोप है कि रेफरी ने हैंड टच के नाम पर हरियाणा की टीम को फ्री हिट दी है। जबकि बॉल चेस्ट से रोकी थी। इसका फायदा उठाकर टीम गोल करने में सफल हो गई। वहीं झारखंड की टीम में आयु वर्ग से अधिक उम्र के खिलाड़ी मैदान में उतारने के आरोप लगाए। इसकी लिखित शिकायत अधिकारियों को दी है। ये रहे नतीजे

हरियाणा ने प्रथम और झारखंड ने द्वितीय स्थान पाया। तृतीय स्थान के लिए मणिपुर ने गुजरात को 3-0 से हराया। झारखंड की खिलाड़ी ललिता को श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट की ट्रॉफी दी गई। हरियाणा की कविता को गोल्डन बॉल व गुजरात की खुशबू को गोल्डन बूट अवार्ड दिया गया। टीम को किया गया परेशान

झारखंड टीम के मैनेजर सुरेश ने कहा कि उन्हें जानबूझकर परेशान किया गया है। शनिवार को जो ऑब्जेक्शन लगाया गया है उन्होंने वह सभी पहले ही क्लीयर कर दिया था। टीम कोच रिटामिज ने कहा कि परेशान करने के लिए ही उन्हें सुबह पहले अमातिर कन्या गुरुकुल बचगांवा गामड़ी में भेजा गया। वहां जाने पर बताया कि आज उनका मैच गुरुकुल कुरुक्षेत्र में होगा। इसके बाद वे गुरुकुल कुरुक्षेत्र पहुंचे तो उन्हें कंट्रोल रूम में बुलाया गया। हरियाणा ने खिलाड़ियों के प्रमाणपत्रों की मांग की, जबकि उन्होंने पहले ही सब क्लीयर करवा दिया था। उन्होंने कहा कि रेफरी के गलत निर्णय के कारण ही उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। यह सब उनकी टीम पर दबाव बनाने के लिए किया गया। दूसरी ओर सहायक शिक्षा अधिकारी खेल चंद्रभान शर्मा ने कहा कि झारखंड टीम मैनेजर ने लिखित में अपना ऑब्जेक्शन वापस ले लिया है। वहीं, झारखंड टीम के कोच इससे इंकार कर रहे हैं।

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