प्रशासन अलर्ट मोड में, दवाइयों के रेट तय, ऑक्सीजन की घर-घर सप्लाई शुरू

कुरुक्षेत्र प्रशासन कोरोना की दूसरी लहर में एंबुलेंस और दवाइयों के तय रेट लागू करने के लिए अलर्ट मोड में आ गया है। मनमाने रेट लेने पर संबंधित लोगों पर कार्रवाई करने का भी फैसला लिया है। प्रशासन ने इसके लिए एडवाइजरी भी जारी की है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 06:55 AM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 06:55 AM (IST)
प्रशासन अलर्ट मोड  में, दवाइयों के रेट तय, ऑक्सीजन की घर-घर सप्लाई शुरू
प्रशासन अलर्ट मोड में, दवाइयों के रेट तय, ऑक्सीजन की घर-घर सप्लाई शुरू

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रशासन कोरोना की दूसरी लहर में एंबुलेंस और दवाइयों के तय रेट लागू करने के लिए अलर्ट मोड में आ गया है। मनमाने रेट लेने पर संबंधित लोगों पर कार्रवाई करने का भी फैसला लिया है। प्रशासन ने इसके लिए एडवाइजरी भी जारी की है।

एसडीएम अखिल पिलानी ने बताया कि एंबुलेंस चालकों के लिए रेट निर्धारित किए गए है। वे इस रेट से अधिक मरीजों से चार्ज नहीं कर सकेंगे। कोई एंबुलेंस चालक या अस्पताल मनमाने रेट वसूलता मिला या कोई शिकायत सामने आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। संकट की इस घड़ी में आमजन व सामाजिक संस्थाएं अपना योगदान देने के लिए आगे आ रही है। ऐसे में एंबुलेंस चालकों और अस्पताल संचालकों को भी मानवता का परिचय देना चाहिए।

हेल्पलाइन नंबर 1950 पर करें शिकायत

एसडीएम अखिल पिलानी ने कहा कि अगर कोई निजी एंबुलेंस संचालक सरकार से निर्धारित रेट से अधिक वसूल करता है तो इसकी शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1950 पर की जा सकती है। प्रशासन इस पर तुरंत कार्रवाई करेगा। इसके साथ केमिस्ट शॉप को अपनी दुकान के बाहर कोविड से संबंधित दवाइयों की लिस्ट व रेट की प्रति लगानी होगी। दवाइयों की कालाबाजारी व ज्यादा दामों में बेचने पर ड्रग्स रेट कंट्रोल आर्डर 2013 व आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के अनुसार की प्रतिबंधित किया गया है।

मरीजों को घर पर ऑक्सीजन

रेडक्रॉस के सचिव रणदीप सिंह ने बताया कि जिले में जरूरतमंद मरीजों को डोर-टू-डोर ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल करने का कार्य शुरू कर दिया है। इसके लिए पहले पंजीकरण कराना होगा। उनका आवेदन समाजसेवी संस्था और रेडक्रॉस सोसाइटी के पास पहुंच जाएगा। आवेदन के साथ आधार नंबर, ऑक्सीजन लेवल के लिए ऑक्सीमीटर की फोटो भी अपलोड करनी होगी। आवेदक के पास खाली सिलेंडर होना भी अनिवार्य है। जिले में 10 मई तक 30 लोगों ने आवेदन किया है। इनमें से 14 आवेदन रिजेक्ट कर दिए गए हैं। इनमें से आठ लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई है।

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