थानेसर और पिपली में 15 एमएम बारशि, बाकी जिला सूखा

कुरुक्षेत्र धर्मनगरी में दोपहर को एकाएक आसमान में काले बादल छाने के बाद आई बरसात ने तपती दुपहरिया में गर्मी से राहत दी है। दोपहर को एक बजे के करीब थानेसर और पिपली ब्लाक में करीब आधा घंटे में 15 एमएम बरसात हुई जबकि जिला भर के अन्य ब्लाक सूखे ही रहे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 07:15 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 07:15 AM (IST)
थानेसर और पिपली में 15 एमएम बारशि, बाकी जिला सूखा
थानेसर और पिपली में 15 एमएम बारशि, बाकी जिला सूखा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

धर्मनगरी में दोपहर को एकाएक आसमान में काले बादल छाने के बाद आई बरसात ने तपती दुपहरिया में गर्मी से राहत दी है। दोपहर को एक बजे के करीब थानेसर और पिपली ब्लाक में करीब आधा घंटे में 15 एमएम बरसात हुई, जबकि जिला भर के अन्य ब्लाक सूखे ही रहे। हालांकि बरसात ने लोगों को गर्मी से राहत दी है। बरसात के चलते वीरवार को अधिकतम तापमान दो डिग्री कम होकर 37 डिग्री सेल्सियस रहा है। न्यूनतम तापमान भी 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। बारशि के चलते हवा में नमी का स्तर बढ़कर 41 फीसद तक पहुंच गया है। बारशि से पहले तेज आंधी आने से शहर के कई क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई। इसके बाद कहीं दो तो कई क्षेत्रों में तीन घंटे बाद बिजली सप्लाई शुरू हुई।

दोपहर एक बजे मौसम ने ली करवट

थानेसर में वीरवार की दोपहर एक बजे मौसम ने करवट ली। आसमान में बादल छाने के साथ-साथ तेज हवा चलने लगी। हवा चलने के साथ ही आसमान में काले बादल छा गए। कुछ देर बाद ही बादलों ने बरसना शुरू किया तो करीब आधे घंटे झमाझम बरसात हुई। बरसात से शहर भर के बाजारों में सड़कों पर पानी भर गया। मुख्य बाजार में सड़क पर कई-कई फुट तक पानी भरने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। करीब आधा घंटा बरसात के बाद आसमान साफ हो गया और धूप निकल गई।

किसान कर रहे बारिश का इंतजार

इन दिनों धान रोपाई का काम जोरों से चल रहा है और पिछले करीब 10 दिनों से कुरुक्षेत्र में बरसात नहीं हुई है। इन दिनों की बरसात किसानों के लिए काफी फायदेमंद होती है। वीरवार को भी थानेसर और पिपली ब्लाक के अलावा जिला भर में कहीं बरसात नहीं हुई। मौसम विभाग की ओर से फिलहाल कई दिनों तक मौसम का मिजाज इसी तरह का रहने का अनुमान जताया गया है। गांव मथाना के किसान रवि ने कहा कि बरसात न होने पर धान के खेतों में पानी कम होने लगा है। धान के खेत में एक बार मिट्टी दिखाई देने के बाद खेत में पानी खड़ा करना मुश्किल हो जाता है। अच्छी फसल के लिए इन दिनों बरसात होना जरूरी है। वीरवार को भी लाडवा, बाबैन, शाहाबाद, पिहोवा और इस्माईलाबाद ब्लाक में बरसात नहीं हुई।

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