लाखों रुपये की लागत से तैयार होने वाला नाला तीन साल बाद भी अधूरा

शाहाबाद में 602 लाख रुपये की लागत से तैयार होने वाला बरसाती पानी निकासी के नाले का निर्माण तील साल बाद भी पूरा नहीं हुआ है। निर्माण पूरा ना होने का सबसे बड़ा अवैध कब्जे बताए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 08:27 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 08:27 AM (IST)
लाखों रुपये की लागत से तैयार होने वाला नाला तीन साल बाद भी अधूरा
लाखों रुपये की लागत से तैयार होने वाला नाला तीन साल बाद भी अधूरा

संवाद सहयोगी, शाहाबाद : शाहाबाद में 602 लाख रुपये की लागत से तैयार होने वाला बरसाती पानी निकासी के नाले का निर्माण साढ़े तीन साल बाद भी पूरा नहीं हुआ है। निर्माण पूरा ना होने का सबसे बड़ा अवैध कब्जे बताए जा रहे हैं। इस पर भी अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह है कि तीन साल समय बीत जाने पर भी आज तक नाले की सफाई नहीं हुई है। यह खुलासा सूचना के अधिकार के तहत आरटीआई एक्टिविस्ट राकेश बैंस की ओर से मांगी गई जानकारी में हुआ है। राकेश बैंस ने बताया कि नाले के निर्माण में लगे ठेकेदार ने लाडवा रोड के नजदीक सीवर प्लांट के पास (मेन पंपिग स्टेशन)दो टैंकों का निर्माण किया है जहां से इसका पानी पंपों की मदद से उठाकर सीवर प्लांट में डाला जाएगा। आज तक केवल दो टैंकों का ही निर्माण हुआ है और इन्हें भी आपस में जोड़ा नहीं गया है। यह नाला शाहाबाद बराडा रोड पर भी अधूरा है और जीटी रोड पर भी अरविद अस्पताल के पास इस नाले के सरिए से बना जाल बाहर निकला पड़ा है। इस कारण कोई हादसा भी हो सकता है। नाले का निर्माण ना होने से शहरवासियों को बरसाती पानी से परेशानी उठानी पड़ रही है। इसके साथ ही अनाज मंडी में पानी खड़ा होने से किसानों को नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि बरसाती पानी की निकासी शाहाबाद की बड़ी समस्या है। इसे लेकर नगर पालिका की ओर से छह करोड़ दो लाख रुपये की एक योजना तैयार की गई थी जो कि बराड़ा रोड के साथ-साथ शहीद ऊधम सिंह चौक से शुरू होकर अनाज मंडी से होते हुए लाडवा रोड स्थित महालक्ष्मी मोटर के पीछे डिस्पोजल टैंक तक जाना था। यह काम छह माह में पूरा किया जाना था। नाले की ड्राइंग में तीन किलोमीटर लंबे नाले में मात्र पांच फुट का ढाल दिखाया गया है जबकि प्राकृतिक ढाल इसके विपरीत है।

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क्या कहते हैं विधायक रामकरण काला :

इस बारे में शाहाबाद के विधायक रामकरण काला ने कहा कि उन्होंने नगरपालिका अधिकारियों की बैठक ली और अधूरा निर्माण को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। मंडी से बरसाती पानी की निकासी के लिए एक गहरे टैंक का निर्माण करवाकर व पंप सैट लगवाकर इसे शुरू कर दिया गया है ताकि किसानों की फसल न बहे। नाले का निर्माण ना होने पिछले विधायक की विफलता है।

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