मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर 55 फीसद ने ही कराया पंजीकरण

मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस पर मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की। इसमें सामने सामने आया कि जिले में 55 फीसद किसानों ने अब तक पंजीकरण कराया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 06:17 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 06:17 AM (IST)
मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर 55 फीसद ने ही कराया पंजीकरण
मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर 55 फीसद ने ही कराया पंजीकरण

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस पर मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की। इसमें सामने सामने आया कि जिले में 55 फीसद किसानों ने अब तक पंजीकरण कराया है। वी उमाशंकर ने अधिकारियों को पंजीकरण जल्द पूरा कराने के आदेश दिए। उन्होंने साफ किया कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन सबसे जरूरी है। इसके बाद ही किसान की फसल खरीदी जाएगी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की फ्लैगशिप स्कीम पीपीपी को प्राथमिकता से लें। आगामी बजट में इसके आधार पर अनेक प्रोत्साहन करने वाले प्रावधान किए जाने की उम्मीद है। यह पात्र व्यक्तियों को वेरिफिकेशन के बाद ही मिलेगा। इसके लिए जिलों में आय और जाति की वैरिफिकेशन घर-घर जाकर पूरी की जाए। फैक्ट्रियों में काम करने वालों की वैरिफिकेशन कैंप लगाकर की जाएं।

एसीएस देवेंद्र सिंह ने कहा कि गत वर्ष मिस मैचिग की शिकायतें रही हैं। इनको इस बार नहीं होने दिया जाएगा। पटवारियों की गिरदावरी के डाटा का मिलान वैब हैलरिस के साथ होना चाहिए। गलत रिपोर्ट के लिए जिम्मेदार के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। पोर्टल के साथ खेत में वहीं फसल होनी चाहिए ताकि फसल बेचकर लाभ लेने के लिए किसी तरह की हेराफेरी न की जा सकें। जिले में 27820 ने कराया पंजीकरण

एडीसी महावीर सिंह ने मेरी फसल-मेरा पोर्टल की रिपोर्ट रखी। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 27820 किसानों ने मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाया है। यह 55 फीसद है। बाकी का भी जल्द ही पंजीकरण करा दिया जाएगा। वीसी के बाद एडीसी ने अधिकारियों को टैगिग का काम गंभीरता के साथ करने के निर्देश दिए। जिले में 798 लोकल कमेटियों का गठन किया जा चुका है। इस मौके पर एसडीएम सोनू राम व डीआरओ डा. चांदीराम चौधरी मौजूद रहे।

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