अनाज मंडी में गेहूं की आवक और सरकारी खरीद में तेजी
अनाज मंडी में गेहूं की आवक और सरकारी खरीद में तेजी आ गई है।
जागरण संवाददाता, करनाल : अनाज मंडी में गेहूं की आवक और सरकारी खरीद में तेजी आ गई है। एक अप्रैल से शुरू खरीद के चौथे दिन छह हजार क्विटल से अधिक गेहूं की आवक हो चुकी है। मंडी के गेट पर किसानों को सिस्टम के झमेले में नहीं उलझाया जा रहा है। सरकारी सिस्टम की शर्तों से बाहर होने के कारण अब किसानों ने भी गेहूं कटाई में तेजी पकड़ ली है। रविवार को मंडी के फड़ों को आढ़तियों ने सफाई करवा दी। अगर मौसम में गर्मी बढ़ती है तो गेहूं खरीद तेजी पकड़ेगी। हैफेड और डीएफएससी एजेंसी की ओर से किसानों के गेहूं की बोली लगाई जा रही है। मार्केट मंडी बोर्ड सचिव सुरेंद्र सिंह ने बताया कि किसानों को बिना शेड्यूल मंडी में प्रवेश दिया गया है। अब तक छह हजार क्विटल से अधिक गेहूं की आमद हो चुकी है। गेहूं उठान पर अभी रफ्तार धीमी
अनाज मंडी में एक तरफ जहां गेहूं की आवक और सरकारी खरीद तेजी से हो रही है वहीं उठान प्रक्रिया धीमी बनी हुई है। ऐसे में मंडी में गेहूं के ढेर बढ़ते जा रहे हैं। विभाग का कहना है कि गेहूं की आवक कम होने के बावजूद उठान प्रक्रिया तेज की जाएगी। एक अप्रैल से मंडी में सरकारी खरीद शुरू कर दी गई थी, बावजूद पहले दिन मंडी प्रबंधन की ओर से किसानों को सुविधाएं मुहैया करवाने में गंभीरता नहीं दिखाई गई। ठंडे पानी की व्यवस्था नहीं की गई और बेसहारा पशु मंडी में आम दिखाई दिए। मंडी एसोसिएशन प्रधान रजनीश चौधरी ने बताया कि किसानों की सुविधा के लिए प्रत्येक आढ़ती की तरफ से सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। किसानों को मंडी में परेशानी न हो इसके लिए आढ़ती एसोसिएशन ने बैठक कर योजना बनाई है। यही नहीं, बरसात होने पर आढ़ती की तरफ से गेहूं सुरक्षित करने के लिए पर्याप्त संशाधन जुटाए गए हैं। असंध मंडी में 4300 क्विटंल गेहूं की आवक
संवाद सहयोगी, असंध : असंध की नई अनाज मंडी में गेंहू सरकारी खरीद शुरू हो गई। खरीद के साथ-साथ मंडी में किसानों की गेंहू की आवक भी बढ़ने लगी है। मार्केट कमेटी के सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि रविवार तक करीब 4300 क्विटंल गेहूं की आवक हो चुकी है। सचिव ने बताया कि गेहूं की खरीद में किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आने देंगे। फूड सप्लाई इंचार्ज निर्दोष डांगी ने बताया कि उनके द्वारा लगभग एक हजार क्विटल अनाज खरीद कर ली गई है। किसान मंडी में सूखी फसल लेकर आएंगे तो किसानों की फसल खरीद में कोई परेशानी नही होगी।