हेलमेट पहनिए, ये आपकी सुरक्षा के लिए ही है.
अरे भाई, रुको। आपने हेलमेट क्यों नहीं पहना? यह आपकी सुरक्षा के लिए है। इसे बाइक पर टांगने के बजाय, सिर पर पहनिए। कुछ इस तरह से बिना हेलमेट पहने शहर की सड़कों पर वाहन दौड़ाने वाले दुपहिया चालकों को आरटीए टीम ने इन्हें पहनने की नसीहत दी।
जागरण संवाददाता, करनाल : अरे भाई, रुको। आपने हेलमेट क्यों नहीं पहना? यह आपकी सुरक्षा के लिए है। इसे बाइक पर टांगने के बजाय, सिर पर पहनिए। कुछ इस तरह से बिना हेलमेट पहने शहर की सड़कों पर वाहन दौड़ाने वाले दुपहिया चालकों को आरटीए टीम ने इन्हें पहनने की नसीहत दी।
सड़क हादसों में कमी लाने के लिए एडीसी निशांत कुमार यादव के निर्देश पर आरटीए टीम की ओर से यह जागरूकता अभियान चलाया गया। टीम ने शहर के मुख्य चौराहों पर दुपहिया वाहन चालकों को फूल देकर जागरूक किया। इस दौरान टीम ने उन्हें यातायात नियमों की जानकारी भी दी।
असावधानी के कारण ही जाती है जान : ढुल
आरटीए इंस्पेक्टर जोगेंद्र ढुल ने कहा कि हेलमेट चालान से बचने के लिए नहीं है। यह सफर के दौरान हमारी सुरक्षा भी करता है। उन्होंने कहा कि काफी ऐसे लोग हैं। जो अपनी बाइक पर हेलमेट टांग कर चलते हैं। केवल पुलिस को देखकर ही इसे पहनते हैं और बाद में उतार देते हैं लेकिन असावधानी के कारण जब वे हादसे का शिकार होते हैं तो सिर पर हेलमेट न होना ही उनकी जान जाने का कारण बनता है।
यातायात नियमों का पालन करें तो कम होगा हादसों का ग्राफ
वहीं पुलिस विभाग के सब इंस्पेक्टर राजपाल ¨सह ने भी लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि देश में प्रति वर्ष 1.50 लाख लोगों की दुर्घटनाओं में मौत हो रही है। हम सब यातायात नियमों का पालन करें तो हादसों का यह ग्राफ कम हो सकता है। इस दौरान सड़क सुरक्षा कमेटी के सदस्य सोनू बतरा समेत अन्यों ने फूल देकर लोगों को यातायात नियमों की जानकारी दी।