कोरोना से बचाव को सतर्कता जरूरी, जिले में दो नए केस, एक की मौत
जिले में कोरोना संक्रमण भले ही कुछ दिन से नियंत्रण में हो लेकिन इसका प्रभाव अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है।
जागरण संवाददाता, करनाल: जिले में कोरोना संक्रमण भले ही कुछ दिन से नियंत्रण में हो लेकिन दर-हकीकत अभी वायरस लोगों के आसपास ही घूम रहा है। रोजाना तीन से चार केस औसत आ रहे हैं। वीरवार को कोरोना के दो नए मामले मिले, जबकि एक मरीज की उपचार के दौरान मौत हो गई।
जिले में अब तक 440875 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए, जिनमें से 400176 व्यक्तियों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। पिछले 24 घंटे में 1762 सैंपल लिए गए। जिले में अब तक 39981 पाजिटिव केस सामने आए थे जिनमें से 39406 मरीज ठीक होकर घर चले गए। सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा ने बताया कि जिले का पाजिटिविटी रेट 7.16 फीसद और रिकवरी रेट 98.56 फीसद तथा मृत्यु दर 1.37 फीसद है। जिले में अब तक कोरोना संक्रमण से 550 लोगों की मौत हो चुकी है। इस प्रकार जिला में कोरोना वायरस के 25 एक्टिव केस हैं।
चेहरे को बार-बार छूने से बचें
डीसी ने कहा कि चेहरा बार-बार छूने से कोविड-19 जल्दी फैलता है और यही वजह है कि आंख और मुंह में यह वायरस आराम से प्रवेश कर सकता है। इसलिए अपने चेहरे को छूने की आदत से बचें। अगर आप किसी बहुत जरूरी काम से घर से बाहर जाने की सोच रहे हैं तो यह जरूरी है कि मास्क ठीक ढंग से पहनें। इसके अलावा यह भी ध्यान रखना है कि अगर आप कपड़े का मास्क इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसे हर दिन धोएं। जागरूकता ही कोरोना से बचाव का माध्यम
सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस अभी समाप्त नहीं हुआ है, इस वैश्विक महामारी से बचाव के लिए जागरूकता बेहद जरूरी है। कोरोना से बचने का मूलमंत्र सतर्कता है और सावधानी बरतते हुए इस महामारी को फैलने से रोका जा सकता है। सभी नागरिक वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर वैक्सीन जरूर लगवाएं, इससे शरीर में किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के दौर में ढिलाई किसी भी रूप से न बरती जाए।