डेयरियां शिफ्ट करने वालों को सौगात, मिलेगा बिजली-पानी
जागरण संवाददाता करनाल पिगली रोड स्थित डेयरी शिफ्टिंग स्थल पर शहर के अंदरुनी हिस्से से
जागरण संवाददाता, करनाल
पिगली रोड स्थित डेयरी शिफ्टिंग स्थल पर शहर के अंदरुनी हिस्से से डेयरियां स्थापित करने की मुहिम के बीच नगर निगम के आयुक्त विक्रम की ओर से अच्छी पहल की गई है। शुक्रवार को निगम के संयुक्त आयुक्त गगनदीप सिंह ने मंगलसेन सभागार में डेयरी मालिकों के साथ मीटिग करके उन्हें प्रस्ताव दिया कि वे डेयरी स्थल पर शेड बनाने का काम जल्द शुरू करें। इसके लिए निगम की ओर से पूर्ण सहयोग देते हुए बिजली, पानी और प्लाटों की भराई कराने जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम की पहल के तहत कई डेयरी संचालकों ने पिगली स्थित डेयरी शिफ्टिग कांप्लेक्स पर ड्रा के जरिए अपने प्लॉट ले लिए थे लेकिन पानी और अन्य मूलभूत कमियों के चलते डेयरियां बनाने का काम शुरू नहीं हो रहा था। हालांकि कुछ डेयरी मालिको ने अपने प्लाटों में मिट्टी भी भरवाई। अब नगर निगम ने तय किया है कि प्लॉट धारकों को जल्द से जल्द बिजली-पानी की सुविधा मुहैया करवा दी जाए। इसे लेकर संयुक्त आयुक्त ने मीटिग लेने के साथ ही इसमें उपस्थित सभी डेयरी संचालकों को भरोसा दिलाया कि डेयरी स्थल पर पानी उपलब्ध कराने का काम चल रहा है। बिजली की लाइनें पहले से ही हैं, अप्लाई करने पर जल्द कनेक्शन मिलेगा। उन्होंने यहां तक कहा कि जो डेयरी मालिक एक महीने के अंदर-अंदर डेयरी शिफ्टिग स्थल पर शैड इत्यादि बनाने का काम शुरू करेगा, उसके प्लॉट में मिट्टी की भराई के लिए भी नगर निगम पूर्ण सहयोग करेगा।
संयुक्त आयुक्त गगनदीप सिंह ने डेयरी मालिकों को बताया कि निगम की योजना है कि डेयरी शिफ्टिंग स्थल पर एक से दो एकड़ का पानी का बड़ा पौंड बनाया जाए, लेकिन यह सब डेयरी शिफ्टिग के बाद ही होगा। उन्होंने कहा कि डेयरियों से निकलने वाले गोबर से एक बायो गैस प्लांट लगाया जाना भी प्रस्तावित है, जिससे बिजली भी बनेगी और खाद भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि डेयरी स्थल पर तारबंदी का काम पहले से ही चल रहा है। डेयरी मालिकों की मांग पर संयुक्त आयुक्त ने कहा कि जो डेयरी मालिक अपने प्लाटों को एक्सचेंज करना चाहते हैं, वह लिख कर दे दें। दोनों की आपसी सहमति से प्लाटों की अदला-बदली कर दी जाएगी। पानी की निकासी की भी उचित व्यवस्था रहेगी। मीटिग में नगर निगम की ईओ निशा शर्मा, एक्सईएन अक्षय भारद्वाज, सतीश शर्मा, सचिव बाल सिंह, एमई सतीश मित्तल, यूएचबीवीएन के एसडीई प्रवेश कुमार व क्लर्क प्रदीप शर्मा मौजूद रहे।