32 हजार से अधिक आबादी वाले तरावड़ी में पार्क तक की सुविधा नहीं

संवाद सहयोगी, तरावड़ी तरावड़ी कस्बे की आबादी 32 हजार से भी ज्यादा है। यहां पृथ्वीराज चौह

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 02:26 AM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 02:26 AM (IST)
32 हजार से अधिक आबादी वाले तरावड़ी में पार्क तक की सुविधा नहीं
32 हजार से अधिक आबादी वाले तरावड़ी में पार्क तक की सुविधा नहीं

संवाद सहयोगी, तरावड़ी

तरावड़ी कस्बे की आबादी 32 हजार से भी ज्यादा है। यहां पृथ्वीराज चौहान के किले के साथ-साथ एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी और आस्था का प्रतीक ऐतिहासिक शीशगंज गुरुद्वारा भी है। क्षेत्र में पार्क बनाए जाने की मांग लंबे समय से चल रही है, लेकिन आज तक पार्क बनाने का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में है। शहरवासियों ने नगरपालिका से जिला प्रशासन तक, प्रशासन के बड़े अधिकारियों के साथ-साथ मंत्रियों के समक्ष भी पार्क बनाने की मांग उठाई। यहां के लोगों को सैर करने के लिए सड़कों पर घूमना पड़ता है। लोग रेलवे ओवरब्रिज और अंजनथली रोड के अलावा मुख्य सड़कों, जहां पर हादसे होने का डर हो, वहां पर सुबह के समय सैर करने को मजबूर हैं। पार्क के लिए हुई थी निशानदेही

कई साल पहले शहर तरावड़ी में पार्क बनाने के लिए निशानदेही हुई थी। पार्क बनाने के प्रस्ताव पर मुहर लगी थी, लेकिन इसके बावजूद भी पार्क के नाम पर आज तक एक ईट भी नहीं लगी। शहर के वार्ड नंबर-1 किले के पास स्थित धर्मपाल कॉलोनी के पास पार्क बनाने के लिए भूमि की निशानदेही करवाई गई थी। शहर में आज तक भी पार्क का निर्माण नही हो पाया। शहरवासियों के हाथ लगी निराशा

शहर तरावड़ी में पार्क बनाने के नाम पर शहरवासियों के निराशा हाथ लगी। तरावड़ी में पार्क बनाने की मांग शहरवासियों की सबसे पुरानी मांग थी, जो आज तक इस मांग को उठाते आए हैं। खुला दरबार हो या फिर कोई कार्यक्रम। हर बार तरावड़ी शहर में पार्क बनाने की मांग को दोहराया गया, लेकिन पार्क बनाने का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में रहा। पार्क के लिए अब लोगों की उम्मीदें टूटती सी नजर आ रही है। शहर को मिलनी चाहिए पार्क की सौगात

शहरवासी प्रदीप गुलिया ने कहा कि तरावड़ी शहर की सबसे ज्यादा आबादी है। शहर को पार्क की सौगात मिलनी चाहिए। अब तो प्रदेश सरकार की ओर से हर गांव में सुंदर पार्क बनाए गए हैं, लेकिन तरावड़ी शहर को क्यों पार्क से वंचित रखा गया। जल्द कराया जाए पार्क का निर्माण

स्थानीय निवासी नरेंद्र चौधरी का कहना है कि कस्बे में प्राथमिकता से पार्क का निर्माण कराया जाए। भागदौड़ भरी ¨जदगी में पार्क ही एक ऐसा साधन है जहां पर लोग आराम महसूस करते हैं। वह प्रशासन से गुहार लगाते हैं कि इतनी ज्यादा आबादी वाले कस्बे तरावड़ी में भी पार्क का निर्माण करवाया जाए। पार्क बनाने का सपना अधूरा

स्थानीय निवासी विपिन छाबड़ा का कहना है कि तरावड़ी के लोगों के लिए अब पार्क बनाने का सपना अधूरा है। अभी नगरपालिका प्रशासन पार्क बनाने के बजाय रानी तालाब का सौंदर्यकरण करवाने जा रही है। अगले माह डीसी से मंजूरी मिलने के बाद इसके सौंदर्यकरण को लेकर निर्माण शुरू होगा। स्थानीय निवासी रवि चावला ने कहा कि शहर में पार्क का निर्माण जरूर होना चाहिए। यह पहला मौका नहीं है जब कस्बे के लोग यहां पर पार्क बनाने की मांग उठा रहे हैं। इससे पहले भी पार्क निर्माण की आवाज उठा चुके हैं। प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। वर्जन

नगरपालिका के सचिव पवित्र गुलिया ने बताया कि शहर में पार्क बनाने की जानकारी उन्हें नहीं हैं, लेकिन रानी तालाब के सौंदर्यकरण के लिए नगरपालिका तैयारी कर रही है। जल्द ही इसका प्रपोजल बनाकर डीसी को भेजा जाएगा। मंजूरी मिलने के बाद रानी तालाब के सौंदर्यकरण के लिए प्रस्ताव पास किया जाएगा।

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