बरसात में गिरी घर की छत, बड़ा हादसा टला
बांसा गांव के एक मजदूर परिवार के घर की छत गिर गई। जिससे परिवार के लोग बाल-बाल बच गए। क्षेत्र के बांसा गांव निवासी मेहर सिंह मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। उसने बताया कि जब मेरे घर की छत गिरी तो घर मे मेरी पत्नी सुशीला व तीन बच्चे थे जब कड़ियां गिरने लगी तो वह बड़ी मुश्किल से जान बचाकर निकले।
संवाद सूत्र, जलमाना: बांसा गांव के एक मजदूर परिवार के घर की छत गिर गई। जिससे परिवार के लोग बाल-बाल बच गए। क्षेत्र के बांसा गांव निवासी मेहर सिंह मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। उसने बताया कि जब मेरे घर की छत गिरी तो घर मे मेरी पत्नी सुशीला व तीन बच्चे थे, जब कड़ियां गिरने लगी तो वह बड़ी मुश्किल से जान बचाकर निकले। दो दिन से हो रही बरसात के चलते उनकी कच्ची छत का मकान गिर गया। गनीमत रही कि बरसात के चलते सभी लोग जग रहे थे। जिससे उनका परिवार बाल-बाल बच गया। इससे अब पीड़ित खुले में रहने को मजबूर है। वहीं सुशीला ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान बनाए जाने के लिए सरकारी कर्मचारी कई बार जियो टेगिग कर ले गए, लेकिन सरकार की तरफ आज तक आवास मुहैया हुआ है। न कोई सुविधा मिल रही है। खंडहर में तब्दील आशियाना रहने लायक नहीं रहा। लेकिन उसी छत के नीचे गुजर करने की मजबूरी है। प्रशासन से गुजारिश है कि मेरा मकान बनाने में सहयोग करे। सरकार द्वारा चलाई गई प्रधान आवास योजना में पात्रता की सभी शर्त पूरी करने उपरांत भी कोई लाभ नही मिल रहा। क्या कहते हैं बांसा के सरपंच
सरपंच हरजिद्र सिंह विर्क ने कहा कि यह परिवार मेहनत मजदूरी करता हमने अपने कार्यकाल के दौरान इसका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्रता की शर्तों के लिए सुझाया था, जिसका सूची में नाम भी है गांव में आने वाली कालोनियों में इसको प्रथमिकता दी जाए। इसके लिए प्रशासन से अपील है हम अपने स्तर पर भी इनकी मदद करेंगे।