टूट रहे चबूतरों के पत्थर, अतिक्रमण का बोलबाला
सुंदरीकरण के लिए चौक-चौराहों पर लगाए गए ग्रेनाइट पत्थर धराशायी हो रहे हैं। इससे न सिर्फ चौक चौराहों की सुंदरता पर ग्रहण लग रहा है बल्कि ग्रेनाइट लगाने में इस्तेमाल की गई सामग्री की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। दिल्ली चुंगी पर ग्रेनाइट पत्थरों से सजे चबूतरे पर नगरपालिका की अनदेखी का शिकार हो चुके है। जब से चबूतरों का निर्माण हुआ है उसके बाद नगरपालिका ने इनकी साफ सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया। वहीं रेहड़ी वालों ने दिल्ली चुंगी चौक पर जमावड़ा लगाया हुआ है। इससे हर समय अतिक्रमण और गंदगी का आलम रहता है। न
संवाद सहयोगी, घरौंडा : सुंदरीकरण के लिए चौक-चौराहों पर लगाए गए ग्रेनाइट पत्थर धराशायी हो रहे हैं। इससे न सिर्फ चौक चौराहों की सुंदरता पर ग्रहण लग रहा है बल्कि ग्रेनाइट लगाने में इस्तेमाल की गई सामग्री की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। दिल्ली चुंगी पर ग्रेनाइट पत्थरों से सजे चबूतरे पर नगरपालिका की अनदेखी का शिकार हो चुके है। जब से चबूतरों का निर्माण हुआ है उसके बाद नगरपालिका ने इनकी साफ सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया। वहीं रेहड़ी वालों ने दिल्ली चुंगी चौक पर जमावड़ा लगाया हुआ है। इससे हर समय अतिक्रमण और गंदगी का आलम रहता है। नगरपालिका ने लाखों रुपए की लागत से दिल्ली चुंगी चौक, रेलवे रोड चौक व नई अनाज मंडी के सामने ओवरब्रिज के ऊंचे चबूतरों का निर्माण कराया था। नई अनाज मंडी गेट के सामने और दिल्ली चुंगी पर चबूतरों के ग्रेनाइट पत्थर टूटकर जमीन पर गिर रहे हैं। यहां लगे पौधे सूख चुके हैं। नगरपालिका सुंदरीकरण के बाद इन स्थानों का रखरखाव करना भूल चुकी है। दिल्ली चुंगी पर एक तरफ वाहन खड़े हो जाते हैं तो दूसरी तरह रेहड़ी वाले कब्जा करके खड़े हो जाते हैं। इससे भारी वाहनों व अन्य वाहनों के आवागमन के लिए रास्ता बहुत कम बचता है। ऐसे में भारी वाहन दूसरे वाहनों और रेहड़ी वालों को बचाने के चक्कर में चबूतरों से टकरा जाते है। चबूतरों पर अक्सर शराबी प्रवृति के लोग बैठे रहते हैं। शहरवासियों का कहना है कि नगरपालिका न तो सफाई व्यवस्था सुचारू कर रही है और न चबूतरों को संभाल पा रही है। चबूतरों के निर्माण में कहीं न कहीं निम्न सामग्री का इस्तेमाल हुआ है। थोड़ी सी टक्कर से ही मजबूत पत्थर बिखर जाते है। नगरपालिका सचिव रविप्रकाश शर्मा ने बताया कि किसी वाहन के टकराने से ग्रेनाइट पत्थर टूट गया है। अतिक्रमण बढ़ाने वालों पर नगरपालिका कार्रवाई करती रहती है। चबूतरों के बीचों-बीच लगाए गए पौधों की नगरपालिका समय समय पर देखभाल करती है।