तीन बच्चों को नहर में फेंके जाने का मामला : विधायक ने पीड़ित परिवार को दिया मुख्यमंत्री का संदेश, आर्थिक सहायता भी सौंपी, बुजुर्ग दादा व मां ने फफक-फफककर सुनाई व्यथा

संवाद सूत्र कुंजपुरा पिता द्वारा अपने तीन बच्चों को नहर में फेंके जाने व उनकी अब तक तलाश

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 09:08 AM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 09:08 AM (IST)
तीन बच्चों को नहर में फेंके जाने का मामला : विधायक ने पीड़ित परिवार को दिया मुख्यमंत्री का संदेश, आर्थिक सहायता भी सौंपी, बुजुर्ग दादा व मां ने फफक-फफककर सुनाई व्यथा
तीन बच्चों को नहर में फेंके जाने का मामला : विधायक ने पीड़ित परिवार को दिया मुख्यमंत्री का संदेश, आर्थिक सहायता भी सौंपी, बुजुर्ग दादा व मां ने फफक-फफककर सुनाई व्यथा

संवाद सूत्र, कुंजपुरा : पिता द्वारा अपने तीन बच्चों को नहर में फेंके जाने व उनकी अब तक तलाश न किए जाने का बहुचर्चित मामला आखिरकार मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तक पहुंच गया है। सीएम ने परिवार को हर संभव सहायता का भरोसा दिया है। विधायक हरविद्र कल्याण चंडीगढ़ जाकर सीएम को मामले की विस्तृत जानकारी देने के साथ परिवार के हालात से भी अवगत कराएंगे।

मुख्यमंत्री का संदेश लेकर घरौंडा विधायक हरविद्र कल्याण मंगलवार को गांव नलीपार में पीड़ित परिवार के बीच पहुंचे तो बच्चों के करीब 75 वर्षीय बुजुर्ग दादा चरण सिंह व मां बेबी ने फफक-फफककर उन्हें व्यथा सुनाई। सांत्वना देते हुए विधायक ने बताया कि वह इस मामले को लेकर दो बार मुख्यमंत्री से मिल चुके हैं। अब चंडीगढ़ जाकर मुख्यमंत्री से मिलकर मामले की स्थिति से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने उन्हें पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करने के लिए पूरा आश्वासन दिया है। उन्होंने पीड़ित दादा चरण सिंह को निजी तौर पर 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता स्वरूप भेंट किए तो मौके पर ही पीएमकेवीवाई की टीम को बुला कर आदेश दिया कि बच्चों की मां बेबी को संस्था द्वारा संचालित ट्रेनिग सेंटर में तत्काल प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जाए, ताकि परिवार के सामने खड़ा हुआ रोजी-रोटी का संकट दूर हो सके।

टीम के सदस्य अंकुर व नरेश ने बताया कि बच्चों की मां बेबी को गांव के सेंटर पर मात्र कुछ सप्ताह का प्रशिक्षण लेना पड़ेगा। विधायक ने पीड़ित स्वजनों व ग्रामीणों से कहा कि वे मुख्यमंत्री से सलाह करके परिवार की हरसंभव मदद करवाएंगे। वहीं विधायक के सामने बच्चों की मां बेबी व दादा चरण सिंह ने मामले में दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की। विधायक को ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं बताई तो उन्होंने फोन पर ही संबंधित अधिकारियों को तुरंत समाधान का आदेश दिया। फूट-फूट कर रोए बुजुर्ग दादा तो विधायक ने लगाया गले

विधायक के सामने दादा चरण सिंह बच्चों को याद कर फूट-फूट कर रोए। विधायक ने उन्हें गले लगा लिया। बुढ़ापे के अंतिम पड़ाव में पहुंचे 75 वर्षीय दादा चरण सिंह ने कहा कि पोता-पोती उसके खिलौने थे। अंतिम इच्छा थी कि वह अपने इन खिलौनों के साथ कुछ दिन और खेलते, लेकिन उसकी यह इच्छा मन में ही अधूरी रह गई। कलयुगी बेटे ने अपने हाथों वंश मिटा लिया। उधर ग्रामीणों ने विधायक से मांग की कि आरोपितों को कड़ी सजा दी जाए। वहीं इस दौरान बच्चों की मां सदमे में गिर पड़ी, जिसे महिलाओं ने संभाला।

बच्चों का पता नहीं, सर्च अभियान जारी

उधर मंगलवार को नौवें दिन भी नहर में सर्च अभियान जारी रहा, लेकिन बच्चों का कोई सुराग नहीं मिला। मंगलवार को एनडीआरएफ व गोताखोरों द्वारा जारी सर्च अभियान में पश्चिमी यमुना नहर व पैरलल नहर के अलावा रोहतक भालोट नहर में भी ऑपरेशन जारी रहा। पैरलल व पश्चिमी यमुना नहर के अंतिम छोर हैदरपुर दिल्ली में स्क्रीन लगी है, जिसमें नहर के पानी में बहते हुए तिनके की भी तस्वीर स्क्रीन पर साफ दिखाई देती है। अब तक इन दोनों नहरों के अंतिम छोर तक बच्चों के शव पहुंचने की संभावना कम ही है। थाना कुंजपुरा प्रभारी मुनीष कुमार ने बताया कि वे हैदरपुर निगरानी प्वाइंट पर लगातार संपर्क में हैं। हांसी-हिसार व भालोट रोहतक की ओर जाने वाली एक नहर में पानी की सप्लाई बंद है, जबकि अन्य तीन नहरों में पानी की सप्लाई जारी है। इनमें सर्च अभियान चल रहा है। विधायक ने दैनिक जागरण को सराहा, बोले अहम पहलुओं की मिली जानकारी

इस मामले को लेकर दैनिक जागरण में समाचार छापने की जारी मुहिम की विधायक ने सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि जागरण में छपे समाचारों से उन्हें कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं की भी जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि जागरण हमेशा मानवीय मुद्दों को प्राथमिकता के आधार पर उजागर करता रहा है। बता दें कि 23 नवंबर को आरोपित पिता द्वारा अपने तीन बच्चों को नहर में फेंकने के बाद से ही दैनिक जागरण द्वारा मामले से जुड़े हर पहलू से संबंधित समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किए जा रहे हैं।

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