शाम को अचानक बूंदाबांदी से मंडी में अफरा-तफरी, गेहूं ढंकने के लिए ढूंढे नहीं मिली तिरपाल

करोड़ों रुपये की गेहूं की संभाल के लिए जिले की मंडियों में तिरपाल के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। शुक्रवार शाम को अचानक तेज हवाओं के साथ आसमान में बादल छा गए और कुछ ही देर में बूंदाबांदी भी होने लगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 09:45 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 09:45 AM (IST)
शाम को अचानक बूंदाबांदी से मंडी में अफरा-तफरी, गेहूं ढंकने के लिए ढूंढे नहीं मिली तिरपाल
शाम को अचानक बूंदाबांदी से मंडी में अफरा-तफरी, गेहूं ढंकने के लिए ढूंढे नहीं मिली तिरपाल

जागरण संवाददाता, करनाल : करोड़ों रुपये की गेहूं की संभाल के लिए जिले की मंडियों में तिरपाल के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। शुक्रवार शाम को अचानक तेज हवाओं के साथ आसमान में बादल छा गए और कुछ ही देर में बूंदाबांदी भी होने लगी। सिस्टम की लाचारी के कारण श्रमिकों को गेहूं ढकने के लिए तिरपाल पूरे नहीं पड़े। एक तरफ से तिरपाल डालते तो दूसरे सिरे से गेहूं खुला रह जाता। लाचार किसान आसमान की तरफ हाथ जोड़ अभी न बरसने की दुआ करते दिखाई दिए। कुछ पल बारिश की छीेंटे टपकने के बाद तेज हवा चलने लगी, लेकिन किसान खुले में पड़ी अपनी गेहूं की संभाल का प्रयास करता रहा। धीमे उठान और अव्यवस्थाओं के कारण अनाज मंडी में पांच लाख गेहूं के कट्टे खुले में पड़े हैं जबकि कई ढ़ेरियों की तीन दिन से खरीद ही नहीं की गई। ------बॉक्स------

सिस्टम की खामियों को बेहतर जानते हैं अधिकारी..

प्रशासन की चालाकी देखिए इंतजाम पूरे न होने पर दो दिन मंडी में खरीद बंद करने का फरमान सुना दिया। ऐसे में बरसात के कारण मंडी में खुले में पड़ी गेहूं के भीगने की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई अधिकारी सामने नहीं आ रहा है। उपायुक्त भी मंडियों में निरीक्षण के दौरान चहेते अधिकारियों का बचाव करते हुए ट्रांसपोर्टरों पर हावी होते दिखाई दिए। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि प्रथम श्रेणी के अधिकारियों को अधूरे इंतजाम करने वाले अधिकारियों की जानकारी न हो, किसानों को परेशान करने वाले अधिकारियों पर न जाने क्यों सिस्टम मेहरबानी दिखा रहा है।

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गेहूं उठान न होने से मंडियों में जाम

किसान नेता रामपाल चहल का कहना है कि मंडियों में बारदाना की कमी है और गेहूं का उठान धीमा चल रहा है। गेहूं के ढेर लगने से मंडी में जाम के हालात बने हुए हैं। इधर, डीएफएससी निशांत राठी ने कहा कि शनिवार 17 अप्रैल व रविवार 18 अप्रैल को अपनी गेहूं मंडियों में लेकर न आएं। इन दिनों गेहूं की खरीद नहीं की जाएगी। 19 अप्रैल को पूर्व की भांति खरीद का कार्य सुचारू रूप से किया जाएगा। -----बॉक्स-----

निगदू में साढ़े सात लाख गेहूं के कट्टों की खरीद

निगदू अनाज मंडी में उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने उठान का जायजा लिया और ट्रांसपोर्ट ठेकेदार को लताड़ लगाई। 11 अप्रैल से निगदू अनाज मंडी में डीएफएससी व हैफेड एजेंसी द्वारा गेंहू खरीद शुरू की गई थी। शुक्रवार को दोनों एजेंसी द्वारा लगभग साढे सात लाख गेहूं के कटटों की खरीद की गई है जिसमें से अभी तक मात्र केवल 50 हजार का ही उठान हुआ है। इसी तरह, उपायुक्त ने तरावड़ी में खरीद व उठान का जायजा लिया। ----बॉक्स----

अचानक मौसम खराब होने से किसानों की बढ़ी चिता फोटो 17

संवाद सूत्र, नीलोखेड़ी : शुक्रवार की शाम को अचानक मौसम खराब होने से किसानों की चिता बढ़ गई। किसानों द्वारा मेहनत से खेतों में उगाया गया सोना खराब होने का डर सताने लगा। अनाजमंडी में वीरवार तक 54 हजार क्विटल गेहूं की खरीद की गई थी। उठान धीमा होने से 30400 क्विटल गेहूं ही लिफ्टिग हुई थी। मंडी छोटी होने से गेहूं रखने की जगह नहीं बची है।

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इंद्री में बारदाना की कमी के कारण खरीद नहीं

संवाद सहयोगी, इंद्री : इन दिनों गेंहू सीजन जोरों पर हैं और मंडी में व्यवस्था डांवाडोल है। मार्केट कमेटी सचिव राजकुमार का कहना है कि अब तक 1 लाख 91 हजार 700 क्विटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। बारदाना की कमी व खराब मौसम के चलते आगामी दो दिन गेहूं की खरीद बंद रखी जाएगी। ----बॉक्स----

5 लाख 56 हजार 862 मीट्रिक टन गेहूं की हुई आवक

गत दिवस तक जिले में करीब 5 लाख 56 हजार 862 मीट्रिक टन गेंहू की आवक हुई। खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा 2 लाख 96 हजार 726 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 2 लाख 23 हजार 88 मीट्रिक टन, भारतीय खाद्य निगम द्वारा 45 मीट्रिक टन तथा हरियाणा वेयर हाउस कार्पोरेशन द्वारा 37 हजार 2 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया।

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