लॉकडाउन में मददगार बनकर उभरे समाजसेवी भारत भूषण कपूर
जागरण संवाददाता करनाल कोरोना काल में जब जिदगी की रफ्तार थम गई थी तो करनाल के वरिष्ठ
जागरण संवाददाता, करनाल: कोरोना काल में जब जिदगी की रफ्तार थम गई थी तो करनाल के वरिष्ठ समाजसेवी भारत भूषण कपूर गरीबों के मददगार बनकर सामने आए। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान 700 से ज्यादा परिवारों को राशन मुहैया करवाया गया। मरीजों के लिए निशुल्क एंबुलेंस सेवा शुरू करते हुए उन्होंने इसे विश्व हिदू परिषद को संचालन के लिए सौंप दिया। जबकि चौक-चौराहों पर सख्त ड्यूटी दे रहे पुलिस कर्मचारियों तक प्रतिदिन दोपहर का भोजन पहुंचाने की व्यवस्था की। सेवा के लिहाज से प्रशासन को भी जहां भी उनकी जरूरत महसूस हुई, उन्होंने आगे बढ़कर कार्य किया।
जेबीडी कल्याण समिति के अध्यक्ष भारत भूषण कपूर ने समाजसेवा में अपना जीवन समर्पित किया हुआ है। वर्ष 2006 में उन्होंने समिति का गठन करके समाजसेवा के कई प्रकल्प शुरू किए। इनमें जरूरतमंद छात्राओं को पुस्तकें, वर्दी व साइकिल मुहैया करवाने की बात हो या फिर जरूरतमंद परिवार की कन्याओं की शादी करवानी हो। वह हमेशा इन कार्यों में आगे रहे। इसके अलावा उन्होंने माल रोड के सौंदर्यकरण का जिम्मा भी उठाया। इसके तहत उन्होंने सड़क के दोनों ओर पेड़-पौधों की रखवाली के लिए कर्मचारी नियुक्त करने के साथ ही नए पौधे रोपित किए। इसके अलावा भी पूरे शहर व आसपास के क्षेत्र में पौधा रोपण कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। वर्ष 2019 में उन्होंने अपनी रसोई नाम से प्रकल्प शुरू किया। इसकी खास बात यह थी कि प्रत्येक सप्ताह रविवार के दिन सुबह के समय समिति की ओर से 10 रुपये में नाश्ता मुहैया करवाया जाने लगा। आपकी रसोई दूर दूर तक प्रसिद्ध हुई और लोग इस रसोई का स्वाद चखने के लिए पहुंचने लगे।
कोरोना वायरस के चलते मार्च 2020 में लॉकडाउन लगा तो गरीब परिवारों के सामने राशन की समस्या का प्रश्न सामने आया। इस पर जिला प्रशासन ने समाजसेवियों से मदद ली तो भारत भूषण कपूर ने वार्ड नंबर 13 के सभी जरूरतमंद परिवारों को गोद ले लिया। इस वार्ड के प्रत्येक जरूरतमंद तक एक माह का राशन पहुंचाने का प्रबंध किया गया। वार्ड के करीब 500 परिवारों तक यह मदद पहुंचाई गई। इस वार्ड में बेहतरीन कार्य होने पर उन्हें वार्ड नंबर 19 में भी जरूरतमंद परिवारों तक राशन पहुंचाने का आग्रह किया गया तो उन्होंने इस वार्ड के भी 150 परिवारों तक एक माह का राशन पहुंचाया। इसके बाद भी मदद का सिलसिला चलता। उन्होंने इंदिरा गांधी चक्रवर्ती ग्राम के 70 परिवारों तक भी प्रतिदिन भोजन पहुंचाने की व्यवस्था की।
लॉकडाउन में जब लोग घरों में बंद थे तो उस समय पुलिस चौक-चौराहों पर सख्त ड्यूटी दे रही थी। समाजसेवी कपूर को इन पुलिस जवानों का भी ख्याल आया तो उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि इन सभी पुलिस कर्मचारियों तक दोपहर एक बजे तक भोजन पहुंच जाए। इसके लिए भोजन पहुंचाने का सिलसिला समिति की टीम दोपहर 11 बजे शुरू कर देती थी, जो दोपहर एक बजे तक चलता था। इस कार्य में कपूर खुद भी शामिल होते थे। समाजसेवी कपूर का कहना है कि वह हमेशा से ही समाजसेवा की राह पर चलने के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं और आगे भी उनका कार्य चलता रहेगा।