डेंगू के सात नए मामले सामने आए, 119 पहुंचा आंकड़ा

जिले में धीरे-धीरे डेंगू को लेकर हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। मंगलवार को डेंगू के सात नए मामले सामने आए। कुल केसों की संख्या बढ़कर 119 तक पहुंच गई है। अब हालात यह हो गई हैं कि अस्पतालों में बैड भी कम पड़ गए हैं। हर तरफ वायरल व डेंगू के केसों के मामले हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Nov 2021 11:55 PM (IST) Updated:Tue, 02 Nov 2021 11:55 PM (IST)
डेंगू के सात नए मामले सामने आए, 119 पहुंचा आंकड़ा
डेंगू के सात नए मामले सामने आए, 119 पहुंचा आंकड़ा

जागरण संवाददाता, करनाल : जिले में धीरे-धीरे डेंगू को लेकर हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। मंगलवार को डेंगू के सात नए मामले सामने आए। कुल केसों की संख्या बढ़कर 119 तक पहुंच गई है। अब हालात यह हो गई हैं कि अस्पतालों में बैड भी कम पड़ गए हैं। हर तरफ वायरल व डेंगू के केसों के मामले हैं। निजी अस्पताल व सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ खचाखच है। बुधवार को को 85 सैंपलों की रिपोर्ट आएगी, जिससे यह आंकड़ा ओर बढ़ सकता है। कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज में दूसरे जिलों के मरीजों का भी बोझ बढ़ रहा है। आसपास के जिलों से मरीज दाखिल हो रहे हैं।

सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा ने कहा कि डेंगू के प्रति लोगों को सजग होना होगा। यदि लगातार बुखार आ रहा है तो वह नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर टेस्ट कराएं। जानें..कब ज्यादा काटते हैं डेंगू के मच्छर

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक डेंगू फैलाने वाले मच्छर सबसे ज्यादा दोपहर के समय काटते हैं। खासतौर से सूर्योदय के दो घंटे बाद और सूर्यास्त से एक घंटे पहले। हालांकि रात के समय भी डेंगू के मच्छर सक्रिय रहते हैं। खासकर उन इलाकों में जहां पर रोशनी अच्छी रहती है। डेंगू के मच्छर काटने का खतरा आफिस, माल, इंडोर आडिटोरियम, स्टेडियम आदि जगहों पर होता है, यहां पर रोशनी का अच्छा प्रबंध रहता है। प्राकृतिक रोशनी नहीं आ पाती। यह हैं डेंगू के लक्षण

डेंगू के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के चार से छह दिन बाद दिखाई देने शुरू होते हैं। जो 10 दिनों तक रहते हैं। इन लक्षणों में अचानक, तेज बुखार, बहुत तेज सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में तेज दर्द, थकान, मितली, उल्टी, त्वचा पर लाल चकत्ते और हल्की ब्लीडिग जैसे की नाक या मसूड़ों से खून आना है। डेंगू के बुखार में पूरे शरीर में बहुत तेज दर्द होता है, इसलिए कुछ लोग इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहते हैं। कभी-कभी इसके लक्षण हल्के होते हैं और लोग इसे गलती से फ्लू या अन्य वायरल इंफेक्शन समझ लेते हैं। डेंगू का इलाज

डेंगू के इलाज के लिए कोई निश्चित दवा नहीं है। डेंगू के बुखार में आराम करना चाहिए। खून में प्लेटलेट्स की नियमित रूप से जांच करवाएं। शरीर में पानी की बिल्कुल कमी ना होने दें और खूब सारा लिक्विड डाइट लें। इस समय नारियल पानी पीना सबसे अच्छा होता है। ये प्लेटलेट्स बढ़ाने का भी काम करता है। इसके अलावा गिलोय, पपीता, कीवी, अनार, चुकंदर और हरी सब्जियों को डाइट में शामिल करें। डा. के संपर्क में रहें और अपने प्लेटलेट्स की जानकारी उन्हें देते रहें। किसी भी तरह की दिक्कत होने या प्लेटलेट्स गिरने पर डाक्टर आपको अस्पताल में भर्ती होने की भी सलाह दे सकते हैं।

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