ठगी के शिकार युवक की मौत के मामले में एसपी से मिले स्वजन
नौकरी के नाम पर 21 लाख रुपये की कथित ठगी के शिकार युवक द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले में मृतक के स्वजन एवं ग्रामीण मंगलवार को एसपी गंगाराम पूनिया से मिले। इस मामले में पुलिस द्वारा अब तक कार्रवाई न किए जाने से नाराज पीड़ित पक्ष ने एसपी से गुहार लगाई।
जागरण संवाददाता, करनाल : नौकरी के नाम पर 21 लाख रुपये की कथित ठगी के शिकार युवक द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले में मृतक के स्वजन एवं ग्रामीण मंगलवार को एसपी गंगाराम पूनिया से मिले। इस मामले में पुलिस द्वारा अब तक कार्रवाई न किए जाने से नाराज पीड़ित पक्ष ने एसपी से गुहार लगाई।
ग्रामीणों व स्वजनों ने बताया कि नौकरी के नाम पर ठगी करने के मामले में आरोपित अकेला नहीं है। इस घटनाक्रम के पीछे एक संगठित गिरोह काम कर रहा है जो इस तरह के अन्य कई मामलों को अंजाम दे चुका है। एसपी ने पीड़ित पक्ष को निष्पक्ष एवं गहन जांच करवाने का आश्वासन दिया। एसपी से मिलने के बाद ग्रामीणों ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए चेतावनी दी कि कार्रवाई में ढिलाई होने पर रोड जाम किया जाएगा। बता दें कि गांव गगसीना निवासी युवक सुखविदर ने 18 अगस्त को जहरीला पदार्थ खा लिया था। गंभीर अवस्था में उसे करनाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया था। स्वजनों के मुताबिक दम तोड़ने से पूर्व सुखविदर ने उन्हें बताया था कि गांव स्टौंडी नवासी राजेश ने नौकरी लगवाने के नाम पर उससे 21 लाख रुपए हड़प लिए। उसे न तो सरकारी नौकरी दिलवाई गई और ना उसके पैसे वापस लौटाए गए।
सुखविदर ने आरोप लगाया था कि दी गई रकम वापस मांगने पर राजेश ने उसे धमकी दी। जिससे वह मानसिक तौर पर ज्यादा परेशान हो गया। इसी परेशानी के चलते उसने यह कदम उठा लिया। एसपी से मिलने आई मृतक युवक की मां कमलेश, चाचा अजमेर के अलावा ग्रामीण बलबीर संधू ,जोगिदर व हरपाल आदि ने बताया कि सुखविदर के परिवार में अब कोई कमाने वाला नहीं रहा। सुखविदर अपने पीछे पत्नी एवं नन्ही बेटी छोड़ गया।