स्टौंडी की पावर हाउस कालोनी के लिए आफत बना बरसाती पानी

मानसून की बरसात व खेतों का पानी स्टौंडी गांव की पावर हाउस कालोनी के लिए आफत बनकर सामने आया है। पानी की निकासी न होने के कारण खेतों का पानी कालोनी के घरों में घुस चुका है। सड़कें और गलियों को पानी ने अपने आगोश में ले लिया है। आलम यह है कि घरों में कई-कई फुट पानी खड़ा होने से कई परिवारों को आंगनबाड़ी व कम्युनिटी हाल में आश्रय लेने को मजबूर होना पड़ा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 07:40 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 07:40 AM (IST)
स्टौंडी की पावर हाउस कालोनी के लिए आफत बना बरसाती पानी
स्टौंडी की पावर हाउस कालोनी के लिए आफत बना बरसाती पानी

संवाद सहयोगी, घरौंडा: मानसून की बरसात व खेतों का पानी स्टौंडी गांव की पावर हाउस कालोनी के लिए आफत बनकर सामने आया है। पानी की निकासी न होने के कारण खेतों का पानी कालोनी के घरों में घुस चुका है। सड़कें और गलियों को पानी ने अपने आगोश में ले लिया है। आलम यह है कि घरों में कई-कई फुट पानी खड़ा होने से कई परिवारों को आंगनबाड़ी व कम्युनिटी हाल में आश्रय लेने को मजबूर होना पड़ा है।

कालोनी में गलियों के निर्माण पर भी ग्रामीणों ने सवालिया निशान खड़े किए है। कालोनी के प्लाटों में से मिट्टी उठाकर गली में डाले जाने से गहरे-गहरे गड्ढे बन चुके हैं। जिसमें कोई भी बच्चा डूब सकता है। घर से बाहर आते ही लोगों के कपड़े गीले हो जाते है। कालोनी के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। शासन व प्रशासन को भी गुहार लगाई गई लेकिन वहीं ढाक के तीन पात वाली बात हो चुकी है। शासन व प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। कालोनीवासी हालात से लड़ रहे है।

खेतों का पानी भर जाता कालोनी में

स्टौंडी गांव की पावर हाउस कालोनी का लेवल काफी नीचे है। जैसे ही बरसात होती है तो खेतों में होने वाला जलभराव कालोनी की तरफ बढऩे लग जाता है। चूंकि पानी की निकासी नहीं है और कालोनी में ही पानी एकत्रित हो जाता है। घरों के साथ-साथ आंगनवाड़ी व कम्युनिटी सेंटर तक पानी से भरे हुए है। ग्रामीण जोगिद्र, प्रवीन, अशोक, राजेश, चंद्र, पवन, देवी दयाल व अन्य ने बताया कि विकास का ढिढोरा पूरे देश में पिटा जा रहा है लेकिन धरातल की तस्वीर कुछ और है। कई दिन से पावर हाउस कालोनी में दो से तीन फुट तक पानी खड़ा हुआ है। यह पानी खेतों का है। कालोनी अवैध नहीं है बल्कि सरकारी प्लाट कटे हुए है। जहां 30 से 40 परिवार गुजर बसर कर रहे है। कई परिवार ऐसे हैं जिनके घर पानी में डूब चुके हैं। गलियां और कालोनी पानी से लबालब हैं। बाढ़ जैसे हालात बने हैं। जब पानी नीचे उतरेगा तो बीमारियों का संकट कालोनी के लोगों को झेलना पड़ेगा।

घर में पानी घुसा तो आंगनवाड़ी में लिया आश्रय

ग्रामीण राजेश, चंद्र, पवन व कृष्ण कुमार के घरों में पानी घुस चुका है। यहां रहना तो दूर खड़ा होना भी मुश्किल है। लिहाजा पवन व कृष्ण ने आंगनबाड़ी केंद्र में आश्रय लिया है। यहीं खाना बनाया जाता है और पशु बांधे जाते हैं। वहीं राजेश व चंद्र ने कम्युनिटी हालनुमा चौपाल में डेरा डाला है। घर से बेघर चारों परिवार शासन-प्रशासन को कोस रहे है। ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से हल किया जाएगा

स्टौंडी गांव की पावर हाउस कालोनी में जलभराव का मामला संज्ञान में आया है। सचिव का मौके पर भेजा गया था। मैं खुद भी मौके का मुआयना करूंगा। पानी की निकासी के लिए विकल्प तलाशा जाएगा कि किस तरह से पानी को यहां से निकाला जाए और खेतों का पानी कालोनी में ना आए। ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से हल किया जाएगा।

-नरेश कुमार, बीडीपीओ मुनक।

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