कैलाश गांव की महात्मा गांधी विकास कालोनी में इंटरलाकिंग टाइलों से बनेंगी पक्की गलियां
शहर के साथ-साथ गांव के लोगों को पक्की गलियां शुद्ध पेयजल आपूर्ति व बरसाती पानी की निकासी जैसी सुविधाएं देने की प्रतिबद्धता को नगर निगम बरकरार रखे हुए है। इसी कड़ी में मंगलवार को महापौर करनाल रेणु बाला गुप्ता व उप महापौर एडवोकेट नवीन कुमार ने वार्ड नंबर एक के गांव कैलाश की महात्मा गांधी विकास कालोनी में इंटरलाकिग पेवर ब्लाक टाइलों से पक्की गलियां बनाने के कार्य का शुभारंभ किया।
करनाल (विज्ञप्ति): शहर के साथ-साथ गांव के लोगों को पक्की गलियां, शुद्ध पेयजल आपूर्ति व बरसाती पानी की निकासी जैसी सुविधाएं देने की प्रतिबद्धता को नगर निगम बरकरार रखे हुए है। इसी कड़ी में मंगलवार को महापौर करनाल रेणु बाला गुप्ता व उप महापौर एडवोकेट नवीन कुमार ने वार्ड नंबर एक के गांव कैलाश की महात्मा गांधी विकास कालोनी में इंटरलाकिग पेवर ब्लाक टाइलों से पक्की गलियां बनाने के कार्य का शुभारंभ किया।
महापौर ने बताया कि पहले इस कालोनी में सीवरेज व बरसाती पानी निकासी की पाइप लाइन तथा वाटर सप्लाई पाइप लाइन के कार्य करवाए गए थे। इसके बाद अब पक्की गलियां बनाने का काम शुरू करवाया जा रहा है। इन सब कार्यो से नागरिकों की मूलभूत सुविधाएं पूरी होंगी और वे बेहतर जीवन जी सकेंगे। उप महापौर एडवोकेट नवीन कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा वर्ष 2010 में गरीब परिवारों के रहने के लिए गांव में कालोनी काटी गई थी, परंतु यहां पर सुविधाओं का अभाव था, जिससे यहां के नागरिकों को असुविधा हो रही थी। उन्होंने बताया कि नागरिकों की समस्या का स्थाई समाधान करते हुए पहले यहां सीवरेज, बरसाती पानी की निकासी तथा शुद्ध पेयजल की पाइप लाइन बिछाई गई थी, उसके बाद अब इंटरलाकिग टाइलों से गलियां बनाने का काम शुरू करवाया गया है। रोशनी के लिए एक हाई मास्ट लाइट भी लगवाई गई है। इससे यहां के करीब 70-80 घरों की आबादी को सुविधाएं मिलने के साथ-साथ उनका रहन-सहन अच्छा होगा और कालोनी भी साफ-सुथरी दिखाई देगी।
कार्यकारी अभियंता अक्षय भारद्वाज ने बताया कि कालोनी की एक मेन सड़क सहित करीब आठ गलियां बनाई जाएगी। इन पर अनुमानित 45 लाख रुपये की राशि खर्च होगी और यह कार्य अगले माह अक्टूबर में पूरा कर लिया जाएगा। इस मौके पर पूर्व सरपंच सतबीर पोसवाल, नंबरदार चहल सिंह, सतपाल पोसवाल, दीपक पोसवाल, जोगिन्द्र पोसवाल व बिट्टू पोसवाल उपस्थित रहे।