कोरोना की तीसरी लहर से बचने की तैयारी, नवजात बच्चों के लिए प्रशासन ने सरकार से मांगे 10 वेंटिलेटर
कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप भले ही कम हो रहा है लेकिन जिला प्रशासन ने अब तीसरी लहर को लेकर भी अपनी तैयारियां मुक्कमल करनी शुरू कर दी हैं। यह लहर बच्चों को अपनी गिरफ्त में न ले ले इसी आशंका के चलते विशेष तौर पर तैयारी की जा रही है।
जागरण संवाददाता, करनाल : कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप भले ही कम हो रहा है, लेकिन जिला प्रशासन ने अब तीसरी लहर को लेकर भी अपनी तैयारियां मुक्कमल करनी शुरू कर दी हैं। यह लहर बच्चों को अपनी गिरफ्त में न ले ले, इसी आशंका के चलते विशेष तौर पर तैयारी की जा रही है। तैयारियों के तहत जिला प्रशासन ने विशेष तौर पर प्रदेश सरकार से नवजात बच्चों के लिए कल्पना चावला राजकीय अस्पताल में 10 वेंटिलेटर दिए जाने की मांग की है। इसके अलावा जिला उपायुक्त निशांत यादव के मुताबिक 20 पीआइसीयू व 14 एनआइसीयू बेड तथा 60 वार्ड बेड का प्रबंध किया गया है। अस्पताल में दो वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई है। जिला उपायुक्त ने बताया कि दूसरी लहर को अभी खत्म नहीं मान लेना चाहिए और और न ही तीसरी लहर को लेकर लापरवाही बरतनी चाहिए। दूसरी लहर को खत्म मान लेना अभी जल्दबाजी होगी। जिलावासियों को कोविड के प्रोटोकाल का पालन करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सभी लोग सचेत रहकर एहतियात बरतेंगे तो तीसरी लहर से अवश्य ही बच सकेंगे। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर से निपटने के लिए कल्पना चावला राजकीय अस्पताल में सभी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं।
वहीं मेडिकल कालेज के निदेशक डाक्टर जगदीश दुरेजा ने बताया कि माना जा रहा है कि तीसरी लहर का प्रकोप बच्चों पर आएगा। इसके लिए डीसी निशांत यादव के निर्देशानुसार सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जिले में आक्सीजन की कोई कमी नही है। बच्चों के लिए बेड की पूरी व्यवस्था है और अलग से वार्ड बनाया गया। किसी भी व्यक्ति को घबराने की कोई जरूरत नही है। यहां नवजात शिशु के साथ-साथ बड़े बच्चों के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं।