कारोबार बचाने के लिए जी-तोड़ प्रयास कर रहे पोल्ट्री फार्म संचालक

संवाद सहयोगी घरौंडा बर्ड फ्लू से नुकसान के बाद पोल्ट्री मालिक दोहरी असमंजस की स्थिति में फ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 07:16 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 07:16 AM (IST)
कारोबार बचाने के लिए जी-तोड़ प्रयास कर रहे पोल्ट्री फार्म संचालक
कारोबार बचाने के लिए जी-तोड़ प्रयास कर रहे पोल्ट्री फार्म संचालक

संवाद सहयोगी, घरौंडा : बर्ड फ्लू से नुकसान के बाद पोल्ट्री मालिक दोहरी असमंजस की स्थिति में फंस गए हैं। एक तरफ उन्हें फार्म में जिदा मुर्गियों को बचाने के लिए लगातार दवा पर खर्च करना पड़ रहा है वही दूसरी तरफ वे बीमारी फैलने से बिगड़े हालात को सार्वजनिक नहीं करना चाहते। पोल्ट्री मालिकों को आशंका है कि यदि पशुपालन विभाग ने उनके फार्म में बर्ड फ्लू होने की पुष्टि करता है तो प्रशासन बर्ड किलिग कराएगा।

संचालकों का मानना है कि बर्ड किलिग के बाद वे तीन से छह महीने तक फार्म दोबारा शुरू नहीं कर सकते। ऐसी स्थिति में पोल्ट्री मालिक चुपचाप अपनी मुर्गियों को बचाने के जी-तोड़ प्रयासों में जुटे है और इसके लिए प्राइवेट डाक्टरों की मदद ली जा रही है। कोहंड एरिया स्थित पोल्ट्री फार्मो में बर्ड फ्लू का प्रकोप फैल चूका है। इसके बावजूद अधिकतर पोल्ट्री मालिक वास्तविक हालात उजागर नही कर रहे। तीन पोल्ट्री मालिकों ने मुर्गियों की मौत के आंकड़े सार्वजनिक किये हैं, उनके ऊपर भी दबाव बनाया गया है।

कैलाश पोल्ट्री फ़ार्म के मालिक विकास सिगला का आरोप है कि पोल्ट्री फार्मो से लिए गए सैम्पल की रिपोर्ट में जानबूझकर देरी की जा रही है। वहीं पोल्ट्री में आई आफत से मुर्गियों की कीमत अंडे से सस्ती हो गई है। अंडे का भाव करीब साढ़े चार रूपये है। तीस अन्डों की ट्रे 153 रूपये की बिक रही है जबकि मुर्गी के भाव बीस रूपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। सिगला ने कहा कि बड़ी संख्या में मुर्गियां मरने से उन्हें डिस्पोज करने में परेशानी खड़ी हो गई है। दिक्कत से बचने के लिए पोल्ट्री मालिक अपनी मुर्गियां सस्ते दाम पर बेचने को मजबूर हैं। विकास ने कहा कि सरकार की तरफ से मदद नहीं मिली तो कई पोल्ट्री फार्म पूरी तरह से बंद हो जाएंगे।

कोहंड पोल्ट्री एसोसिएशन के प्रधान महासिंह ने बताया कि दो-तीन पोल्ट्री फार्मो पर बड़ी संख्या में मुर्गियों की मौत हुई है लेकिन अब धीरे धीरे हालात ठीक हो रहे हैं। पोल्ट्री मालिक समय पर वैक्सीन करवाए और अपने फ़ार्म की सुरक्षा करे। जिन पोल्ट्री फार्मो में नुकसान हुआ, उन्हें सरकार की तरफ से मुआवजा मिलना चाहिए।

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