सख्ती के साथ-साथ पुलिस पूछ रही ..क्या है कोरोना, क्यों लगाया है मास्क
क्या है कोरोना मास्क क्यों लगाया गया है। ये अहम सवाल राहगीर को देखते ही पुलिस कर्मियों के मुंह से अक्सर निकल रहे हैं जिन्हें सुनकर कोई जवाब दे रहा कि कोरोना महामारी है। इससे बचने के लिए मास्क लगाना ही सबसे बड़ा उपाय है।
फोटो---05 नंबर है। - कोरोना के प्रति राहगीरों को जागरूक करने के लिए पुलिस का अनूठा प्रयास
जागरण संवाददाता, करनाल : .. क्या है कोरोना, मास्क क्यों लगाया गया है। ये अहम सवाल राहगीर को देखते ही पुलिस कर्मियों के मुंह से अक्सर निकल रहे हैं, जिन्हें सुनकर कोई जवाब दे रहा कि कोरोना महामारी है। इससे बचने के लिए मास्क लगाना ही सबसे बड़ा उपाय है। वहीं कोई कहता है कि मास्क नहीं लगाया तो पुलिस 500 रुपये का चालान कर देगी। इसी से बचने के लिए घर से बाहर निकलते है तो मास्क लगाना ही पड़ता है। दरअसल पुलिस ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बढ़ते संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए यह अनूठी पहल शुरू की है। राह में मिलते ही पुलिसकर्मी लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से उक्त सवाल पूछ रहे हैं। जवाब कोई भी मिले, लेकिन पुलिस कर्मी राहगीर को समझाने में जुटे हैं कि कोरोना महामारी जानलेवा है और इससे बचने के लिए हर किसी का अहम योगदान है। इसके लिए सरकार द्वारा जारी हिदायतों का सख्ती से पालन करना होगा। महज पुलिस द्वारा किए जाने वाले चालान से बचने के लिए नहीं बल्कि खुद के साथ-साथ अपनों व अन्य लोगों को भी इस संक्रमण से बचाने के लिए यह हमारी जिम्मेदारी है, जिसके चलते हमें बिना मास्क पहने घर से नहीं निकलना चाहिए। पुलिस लापरवाही बरतने वाले लोगों पर ही चालान की सख्ती कर रही है। पुलिस का सख्त किए जाने का मकसद सिर्फ लापरवाही को रोकना है, ताकि कोरोना से जंग जीती जा सके। लोगों को जागरूक करने के इन प्रयासों की हर कोई सराहना भी कर रहा है। --------------- कोरोना से जंग जीतने के लिए किए जा रहे हर संभव प्रयास : एसपी एसपी गंगा राम पूनिया का कहना है कि कोरोना से जंग जीतने के लिए पुलिस विभाग अपने स्तर व सरकार के आदेशानुसार हर संभव प्रयास कर रहा है। पुलिस जहां सख्ती बरतते हुए अभी तक सात हजार से अधिक लोगों के बिना मास्क मिलने पर चालान कर चुकी है वहीं लोगों को हर संभव तरीके से जागरूक भी किया जा रहा है। हर रोज जिला भर में करीब 300 चालान किए जा रहे हैं।