निशा देवी रही 40वीं एथलेटिक मीट की बेस्ट एथलेटिक, लड़कों में विशाल बेहतर

राजकीय महाविद्यालय में शुक्रवार को दो दिवसीय 40वीं एथलेटिक मीट का समापन हुआ। प्राचार्या संजू अबरोल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और विजेता खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया। साथ ही प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को भी भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 07:49 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 07:49 PM (IST)
निशा देवी रही 40वीं एथलेटिक मीट की बेस्ट एथलेटिक, लड़कों में विशाल बेहतर
निशा देवी रही 40वीं एथलेटिक मीट की बेस्ट एथलेटिक, लड़कों में विशाल बेहतर

संवाद सहयोगी, घरौंडा : राजकीय महाविद्यालय में शुक्रवार को दो दिवसीय 40वीं एथलेटिक मीट का समापन हुआ। प्राचार्या संजू अबरोल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और विजेता खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया। साथ ही प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को भी भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। प्राचार्या ने कहा कि खेल से सिर्फ स्वास्थ्य लाभ ही नहीं बल्कि आज हम विश्व स्तर पर भी अपना नाम कमा सकते हैं। इसके साथ-साथ सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रोत्साहन दिए जाते हैं।शुक्रवार को संपन्न हुई खेल प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग की 100 मीटर दौड़ में प्रथम युवराज, द्वितीय गौरव शर्मा, तृतीय विशाल रहा। 5000 मीटर दौड़ में रामू ने पहला, सतीश ने दूसरा व विपिन ने तीसरा स्थान पाया। शाटपुट में गौरव, शक्ति व संदीप ने प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पाया। महिलाओं की 100 मीटर रेस में प्रथम निशा देवी, द्वितीय बबीता व तृतीय मानसी रहे। 400 मीटर दौड़ में बबीता, शीतल व सिमरनजीत ने पहला, दूसरा व तीसरा स्थान पाया। हाई जम्प में निशा पहले, मानसी दूसरे व सुनिष्ठा तीसरे स्थान पर रही। मटका दौड ने आरजू पहले, शीतल दूसरे व रीटा तीसरे स्थान पर रही। बीए द्वितीय वर्ष की निशा देवी ने बेस्ट एथलीट रही। वहीं बीए द्वितीय के विशाल ने बेस्ट एथलीट का खिताब अपने नाम किया। प्रोफेसर गुरनाम मलिक ने कार्यक्रम के संयोजक डा. विरेंद्र सिंह, राजबीर, सहायक प्रोफेसर, राजकीय महिला महाविद्यालय कुरुक्षेत्र का आभार जताया। इस मौके पर डा. देवेंद्र कुमार, डा. सुरेश कुमार, डा. राकेश शर्मा, मुकेश, अंकित राज, बिट्टू, गीता, डा. अंजू बाला, विकास, कंवर भान, डा. सुनील शर्मा मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी