एमएसपी से अधिक रेट में बिक रही सरसों, खिले किसानों के चेहरे

सरसों की फसल ने किसानों के चेहरों पर रौनक ला दी है। नई अनाज मंडी में सरसों न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊपर के रेट पर बिक रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 08:34 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 08:34 AM (IST)
एमएसपी से अधिक रेट में बिक रही सरसों, खिले किसानों के चेहरे
एमएसपी से अधिक रेट में बिक रही सरसों, खिले किसानों के चेहरे

संवाद सहयोगी, घरौंडा: सरसों की फसल ने किसानों के चेहरों पर रौनक ला दी है। नई अनाज मंडी में सरसों न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊपर के रेट पर बिक रही है। लाल सरसों का दाम अलग है तो पीली सरसों का अलग भाव किसानों को मिल रहा है। इससे किसान खुश हैं।

सरसों का सरकारी रेट 4650 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि मंडी में किसानों की फसल 4700 से 5700 रुपये तक बिक रही है। मार्केट कमेटी के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो एक सप्ताह के भीतर मंडी में लगभग 200 क्विंटल से ज्यादा सरसों की आवक हो चुकी है। जैसे-जैसे किसानों की फसल पकेगी, वैसे ही मंडी में आवक बढ़ेगी। मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर घरौंडा क्षेत्र के 350 किसानों ने लगभग 1300 एकड़ में सरसों की फसल का पंजीकरण करवाया है। किसानों की फसल पककर तैयार हो चुकी है और किसान अपनी फसल मंडी में लेकर पहुंच रहे हैं। मंडी पहुंचते ही किसानों की फसलों को प्राइवेट एजेंसियों द्वारा खरीद लिया जाता है। किसानों को उनकी फसल के अच्छे भाव भी मिल रहे हैं।

शनिवार को जहां सामान्य सरसों 4681 से लेकर 5100 रुपए तक बिकी, वहीं पीली सरसों की बोली 5700 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंची। किसानों का कहना है कि वे सरसों की फसल मंडी में लेकर पहुंच रहे है। सरकारी खरीद अभी शुरू नहीं हुई लेकिन प्राइवेट एजेंसियों की ओर से फसल खरीदी जा रही है। सरसों की ढेरियां एमएसपी से ऊपर ही बिक रही हैं। सामान्य सरसों की ढेरी और पीली सरसों की ढेरी अलग-अलग भाव से बिक रही है। वहीं खरीदारों की मानें तो सरसों की फसल मंडी में पहुंच रही है। इसे हाथोंहाथ खरीद लिया जाता है। जिस ढेरी में मॉश्चर ज्यादा नजर आता है, उसका रेट कम लगता है। जो ढेरी पूरी तरह सूखी होती है, उसको एमएसपी से कहीं ज्यादा दामों पर खरीदा जा रहा है। किसानों को फसल का अच्छा मूल्य मिल रहा है।

हेफेड के इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह ने बताया कि सरसों खरीद की पूरी तैयारी है। फिलहाल सरकार की तरफ से सरसों खरीद को लेकर कोई आदेश नहीं आए हैं। उम्मीद है कि 25 मार्च के बाद खरीद को लेकर आदेश आए।

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