मोनू मखाला ने पहलवान जावेद को चित कर 51 हजार रुपये जीते
गांव मुखाला में जाहरवीर गोगा मेड़ी पर दो दिवसीय वार्षिक मेले में श्रद्धालुओं ने माथा टेका और पूजा अर्चना की। इस दौरान दंगल में दूर-दराज से नामी पहलवानों के मुकाबले देखने को मिले।
संवाद सहयोगी, इंद्री : गांव मुखाला में जाहरवीर गोगा मेड़ी पर दो दिवसीय वार्षिक मेले में श्रद्धालुओं ने माथा टेका और पूजा अर्चना की। इस दौरान दंगल में दूर-दराज से नामी पहलवानों के मुकाबले देखने को मिले। बड़ी कुश्ती में शुमार मोनू मखाला ने मशहूर पहलवान जावेद गनी को चित कर 51 हजार रुपये का पुरस्कार जीता। वहीं गोगाी राणा ने अमृतसर पंजाब के पहलवान बलजीत को हराकर दर्शकों की खूब तालियां बटौरी। पुरूष पहलवानों के साथ-साथ महिला पहलवानों ने भी दम दिखाया। दंगल में दूर-दूर से दर्शक भी पहुंचे और कुश्ती का खूब आनंद उठाया। दुकानों पर बच्चों व महिलाओं ने खरीदारी की। समाजसेवी अंकित बतौर मुख्यातिथि पहुंचे और पहलवानों को पुरस्कार वितरित किए।
नामी पहलवान अशोक मखाला और बिल्लु चंडीगढ़ के बीच मुकाबला बराबरी पर रहा। महिला पहलवान सुनीता बाबैन और अंकिता अंबाला की कुश्ती भी बराबरी पर रही। धर्मवीर नारायणगढ़ और संजीव करनाल का मुकाबला भी बराबरी पर छूटा। काला उमरी और राहुल अम्बाला का मुकाबला भी रोचक रहा जिसमें काला उमरी ने बाजी मारी। इसके अलावा दर्जनों कुश्तियां करवाई हुई। इस अवसर पर निवर्तमान सरपंच प्रतिनिधि सेठपाल राणा, रोहताश चौहान, अनिल राणा मौजूद थे। मांगों व समस्याओं को लेकर 21 को डिपो पर प्रदर्शन करेंगे रोडवेज कर्मचारी
जागरण संवाददाता, करनाल :
आल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के राज्य प्रधान विनोद शर्मा, महासचिव सुखविदर सिंह बयाना व वरिष्ठ उप प्रधान मायाराम उनियाल ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि यूनियन से जुड़े कर्मचरी 21 सितंबर को अपनी मांगों व समस्याओं को लेकर सभी डिपो पर प्रदर्शन करेंगे। निदेशक के नाम महाप्रबंधकों को ज्ञापन सौंपेंगे। ज्ञात हो कि यूनियन द्वारा पांच सितंबर को करण पार्क करनाल में सम्पन्न हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में घोषणा की थी कि 21 सितंबर को यूनियन का एक मास डेपुटेशन चड़ीगढ़ निदेशालय पहुंचेगा। परंतु अब चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा धारा 144 लगाने व यूनियन को अनुमति न देने के कारण इसमें बदलाव किया गया है। उन्होंने कहा कि अब यूनियन द्वारा महाप्रबंधकों के माध्यम से महानिदेशक के नाम ज्ञापन भेजकर रोडवेज कर्मचारियों की मांगों एवं समस्याओं का वार्ता के जरिए उचित समाधान करने कि मांग करेगी। यूनियन नेताओं ने गहरा रोष प्रकट करते हुए बताया कि महानिदेशक से यूनियन द्वारा लगातार मिलने का समय मांगने के बावजूद समय नहीं दे रहे हैं, जबकि विभाग के मुखिया होने के नाते कर्मचारियों कि जायज मांगों व समस्याओं को सुनना व उनका बातचीत के माध्यम से समाधान करना उनका दायित्व बनता हैं। उन्होंने कहा कि रोडवेज कर्मचारियों की छोटी छोटी समस्या निदेशालय के स्तर पर वर्षो से लंबित पड़ी है जिसको लेकर कर्मचारियों में रोष पनप रहा है। निदेशालय के स्तर पर कर्मचारियों कि अपील लंबे समय से पड़ी हुई हैं, जिनका निपटारा नहीं किया जा रहा हैं। कर्मचारियों की समस्याओं को सूची काफी लंबी है। अगर महानिदेशक द्वारा यूनियन को समय नहीं दिया गया तो 21 सितंबर के बाद बैठक बुलाकर आगामी आंदोलन कि रणनीति बनाई जाएगी।