मेरठ रोड चौड़ा करने का काम जोरों पर, फरवरी 2022 तक होगा पूरा
महत्वाकांक्षी करनाल-मेरठ रोड चौड़ा करने का काम जोरों पर है। विभाग की ओर से इसे फरवरी 2022 तक पूरा किए जाने की बात कही जा रही है।
जागरण संवाददाता, करनाल: महत्वाकांक्षी करनाल-मेरठ रोड चौड़ा करने का काम जोरों पर है। यह प्रोजेक्ट फरवरी 2022 तक पूरा होगा। मंगलवार को डीसी निशांत कुमार यादव ने साइट का दौरा कर इसका निरीक्षण किया। इसका निर्माण प्रोविशियल डिवीजन-2 एनएच जींद की ओर से किया जा रहा है।
करीब 15 किलोमीटर लंबी सड़क को ताऊ देवी लाल चौक से शुगर मिल तक छह मार्गी और इससे आगे मंगलौरा पुल तक चौमार्गी किया जाएगा। इस कार्य पर 105 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी और अब तक करीब 45 फीसद काम पूरा हो चुका है। साइट के निरीक्षण के दौरान डीसी ने बताया कि सड़क को दोनों ओर से 15-15 मीटर चौड़ा किया जा रहा है। बीच में डेढ़ मीटर डिवाइडर और छह मीटर के फुटपाथ बनाए जाएंगे। सड़क चौड़ी होने पर वाहनों का ट्रैफिक लोड कम होगा।
उन्होंने बताया कि अब तक ताऊ देवी लाल चौक से शुगर मिल तक एक साइड सड़क लगभग मुकम्मल हो गई है। दूसरी साइड पर अमृत योजना के तहत बरसाती पानी निकासी की बड़ी लाइन डाली जा रही है। चालू माह अगस्त में इसके भी कंप्लीट होने की पूरी उम्मीद है। शुगर मिल के मुख्य गेट के साथ आवर्धन नहर पर पुल बनाए जाने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। पुल के नीचे शुगरमिल के सामने स्माल व्हीकल अंडरपास रहेंगे। दोनो ओर सर्विस लेन भी बनाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इसी तरह का एक अन्य अंडरपास मंगलौरा के पास भी बनाया जा रहा है। एक बड़ा, छह छोटे पुल और शेष पुलिया सहित बनेंगे 27 स्ट्रक्चर
निरीक्षण के दौरान डीसी ने बताया कि आवर्धन नहर पर एक बड़े पुल के अतिरिक्त सड़क पर छह माइनर ब्रिज और करीब 20 पुलिया बनाई जाएंगी। उन्होंने ताऊ देवीलाल चौक से लेकर मंगलौरा पुल तक सड़क के प्रोजेक्ट का निरीक्षण कर इसकी चौड़ाई को लेकर अलाइनमेंट को चैक की और जहां-जहां छोटी-मोटी रुकावट थीं, उनसे जुड़े अलग-अलग विभागों के अधिकारियों के साथ डिस्कस कर उनका मौके पर ही समाधान निकाला ताकि काम में किसी तरह का अवरोध न रहे।
------------------------ मुख्यमंत्री की घोषणाओं में शामिल है प्रोजेक्ट
डीसी ने बताया कि करनाल-मेरठ रोड दो राज्यों को आपस में जोड़ती हैं। व्यापारिक दृष्टि से यह सड़क बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। लेकिन इसकी चौड़ाई कम होने से इस पर जाम और दुर्घटनाएं होती रही हैं। यह समस्या लंबे समय से चलती रही। इसके समाधान के लिए मुख्यमंत्री हरियाणा ने इसके चौड़ीकरण का प्रोजेक्ट बनवाया। इससे जहां एक ओर यातायात अति सुगम रहेगा, वहीं दूसरी ओर इस पर व्यापारिक गतिविधियों में भी इजाफा होगा।