स्व. एसआइ नरेंद्र के बेटे को सिपाही की नौकरी

ड्यटी के दौरान रोहतक कोर्ट में बदमाशों की गोली का शिकार हुए पुलिस के जांबाज एसआइ स्व. नरेंद्र कुमार के बेटे निशांत कुमार को सरकार ने सिपाही की नौकरी दे दी है। इसके साथ ही परिवार को हरियाणा पुलिस व बैंक के माध्यम से 1 करोड़ रुपये का आर्थिक सहयोग भी दिया है। इसके लिए परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और वाल्मीकि समाज के प्रतिष्ठित लोगों ने मंगलवार को पीडब्ल्यूडी के विश्राम गृह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त किया। हांसी रोड स्थित गली नं. 11 से एसआइ के परिवार के लोग जिनमें उनकी पत्नी वीना, बेटी खुशबू और बेटा निशांत कुमार मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे। उनके साथ ओएसडी अमरेंद्र ¨सह, भाजपा के जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद, स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र, सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य आजाद ¨सह, रवि सौदा, भाजपा नेता अमरजीत, जिला कष्ट निवारण समिति के सदस्य ते¨जद्र बिड़लान भी थे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 06:57 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 07:08 PM (IST)
स्व. एसआइ नरेंद्र के बेटे को सिपाही की नौकरी
स्व. एसआइ नरेंद्र के बेटे को सिपाही की नौकरी

जागरण संवाददाता, करनाल : ड्यटी के दौरान रोहतक कोर्ट में बदमाशों की गोली का शिकार हुए पुलिस के जांबाज एसआइ स्व. नरेंद्र कुमार के बेटे निशांत कुमार को सरकार ने सिपाही की नौकरी दे दी है। इसके साथ ही परिवार को हरियाणा पुलिस व बैंक के माध्यम से 1 करोड़ रुपये का आर्थिक सहयोग भी दिया है। इसके लिए परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और वाल्मीकि समाज के प्रतिष्ठित लोगों ने मंगलवार को पीडब्ल्यूडी के विश्राम गृह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त किया।

हांसी रोड स्थित गली नं. 11 से एसआइ के परिवार के लोग जिनमें उनकी पत्नी वीना, बेटी खुशबू और बेटा निशांत कुमार मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे। उनके साथ ओएसडी अमरेंद्र ¨सह, भाजपा के जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद, स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र, सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य आजाद ¨सह, रवि सौदा, भाजपा नेता अमरजीत, जिला कष्ट निवारण समिति के सदस्य ते¨जद्र बिड़लान भी थे।

पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भौरिया ने बताया कि जांबाज एसआइ स्व. नरेन्द्र कुमार की अगस्त माह में ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो गई थी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी पीड़ित परिवार के घर जाकर सांत्वना देने पहुंचे थे। पीड़ित परिवार को जिला पुलिस करनाल के कर्मचारियों द्वारा सहयोग के रूप में एकत्रित 40 लाख रुपये, एचडीएफसी बैंक द्वारा 30 लाख व हरियाणा पुलिस द्वारा 30 लाख रुपये का चेक दिया गया है। बेटे को उनकी योग्यता के अनुसार हरियाणा पुलिस में सिपाही की नौकरी दी गई है। अब वह सुनारिया में ट्रे¨नग कर रहा है।

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