करनाल की बेटी संजौली की 18 साल की सेवा को मिला यूएनओ सम्मान
शिक्षक मिहिर बनर्जी व गगन बनर्जी की पुत्री संजोली बनर्जी को उनकी 18 साल की समाजसेवा को ध्यान में रखते हुए युवा एवं खेल मंत्रालय के राज्य मंत्री निषीथ प्रमाणिक ने दिल्ली के यूएनओ भवन में आयोजित वर्चुअल सम्मेलन में यूवा एवं खेल मंत्रालय और यूएनएओ द्वारा यूनाइटेड नेशन आर्गेनाइजेशन के प्रतिष्ठित अवार्ड यूएनओ वालंटीयर अवार्ड से अलंकृत किया गया।
जागरण संवाददाता, करनाल : शिक्षक मिहिर बनर्जी व गगन बनर्जी की पुत्री संजोली बनर्जी को उनकी 18 साल की समाजसेवा को ध्यान में रखते हुए युवा एवं खेल मंत्रालय के राज्य मंत्री निषीथ प्रमाणिक ने दिल्ली के यूएनओ भवन में आयोजित वर्चुअल सम्मेलन में यूवा एवं खेल मंत्रालय और यूएनएओ द्वारा यूनाइटेड नेशन आर्गेनाइजेशन के प्रतिष्ठित अवार्ड यूएनओ वालंटीयर अवार्ड से अलंकृत किया गया। वर्चुअल समारोह में राज्य मंत्री निषिथ प्रमाणिक ने कहा कि युवाओं को समाजिक परिवर्तन के लिए प्रहरी की भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि करनाल ही नहीं हरियाणा की बेटी संजोली को यह अवार्ड मिलना देश के लिए बड़ी बात हैं। यह युवा देश के समाजिक परिवर्तन की दिशा में महत्वपूर्ण भमिका निभाएंगे। भारत के दस युवाओं को अवार्ड वितरित किए गए। वर्चुअल समारोह में संजोली ने यह अवार्ड प्राप्त किया। इसके लिए बनाई गई जूरी में डा. सिबनाथ देब, डा. प्रहलाथन, ग्लोरिया बेनी, अंजू पांडे, डा. महालिगम शामिल थे। उन्होंने युवाओं के सामाजिक परिवर्तन की दिशा में कार्यों का आंकलन किया। संजोली बनर्जी ने बताया कि वह 16 साल से समाजिक परिवर्तन की दिशा में काम कर रही हैं। चार साल की उम्र से कन्या भ्रूण हत्या, ग्लोबल एनवायरमेंट, समाजिक सुरक्षा, शिक्षा का अधिकार, मानसिक सुरक्षा के क्षेत्र में काम किया हैं। संजोली के साथ उसकी बहन अनन्या बनर्जी भी काम कर रही हैं। दोनों बहनों ने करनाल का नाम रोशन किया है। इससे पहले उसे दो इंटरनेशनल अवार्ड मिल चुके हैं। संजौली ने आस्ट्रेलिया से ग्रेजुएशन किया। उसके बाद भारत में आकर सेवा के क्षेत्र में जुट गई।