जस्टिस एसएन अग्रवाल पहुंचे करनाल, कोर्ट बनाने को लेकर दिए निर्देश

करनाल लाठीचार्ज प्रकरण की जांच के लिए गठित आयोग के चेयरमैन जस्टिस एसएन अग्रवाल सोमवार को करनाल पहुंचे। वह 25 से 29 अक्टूबर तक करनाल के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में अपनी कोर्ट लगाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 06:41 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 06:41 PM (IST)
जस्टिस एसएन अग्रवाल पहुंचे करनाल, कोर्ट बनाने को लेकर दिए निर्देश
जस्टिस एसएन अग्रवाल पहुंचे करनाल, कोर्ट बनाने को लेकर दिए निर्देश

जागरण संवाददाता, करनाल : करनाल लाठीचार्ज प्रकरण की जांच के लिए गठित आयोग के चेयरमैन जस्टिस एसएन अग्रवाल सोमवार को करनाल पहुंचे। वह 25 से 29 अक्टूबर तक करनाल के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में अपनी कोर्ट लगाएंगे। इसी को लेकर उन्होंने रेस्ट हाउस में कोर्ट बनाने को लेकर दिशा-निर्देश दिए। इसके साथ कोर्ट बनाने को लेकर चल रहे कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ उपायुक्त निशांत यादव व एसपी गंगाराम पुनिया थे।

जस्टिस अग्रवाल एक माह में करनाल लाठीचार्ज प्रकरण की जांच पूरी कर सकते हैं। आयोग ने जांच के संबंध में अपने कदम आगे बढ़ा दिए हैं। इसके लिए सोमवार को एसएन अग्रवाल करनाल आए थे। उन्होंने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में अपनी कोर्ट बनाने को लेकर चल रहे कार्य का जायजा लिया। अब वह यहां पर 25 से 29 अक्टूबर तक सभी पक्षों को सुनेंगे। वह गवाहों की गवाही दर्ज करेंगे। करनाल के डीसी, एसपी व आइएएस अधिकारी आयुष सिन्हा के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। इसके साथ ही किसानों के बयान भी दर्ज होंगे। जबकि इस जांच में कोई भी शामिल हो सकता है। उपायुक्त निशांत यादव ने बताया कि जस्टिस एसएन अग्रवाल सोमवार को रेस्ट हाउस में आए थे। यहां कोर्ट बनाने को लेकर कार्य को देखा था।

लाठीचार्ज को लेकर मधुबन पुलिस थाने में मामला दर्ज है। बसताड़ा टोल प्लाजा पर 28 अगस्त को हुए लाठीचार्ज प्रकरण और आइएसएस अधिकारी आयुष सिन्हा के विवादित बयान के बाद आंदोलनकारियों ने सात सितंबर को जिला सचिवालय का घेराव कर लिया था। इसके बाद आंदोलकारियों व अधिकारियों के बीच वार्ता के कई दौर भी हुए। 10 सितंबर को आंदोलनकारियों की मांग पूरी होने पर आंदोलन समाप्त कर दिया गया था। उसी समय सहमति बनी थी कि लाठीचार्ज प्रकरण की जांच के लिए आयोग गठित किया जाएगा। इसके बाद आयोग का गठन किया गया और जस्टिस एसएन अग्रवाल को इसका चेयरमैन बनाया गया।

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