गर्मी व बरसात में सेहत की संभाल जरूरी, खानपान में हिदायत बरतें
एसडीएम सुमित सिहाग ने कहा कि गर्मी व बरसात के मौसम में अनेक बीमारियां फैलने की आशंका रहती है और बीमारियों को शुरू से ही पनपने से रोकने के लिए सावधानियां बरतना बहुत जरूरी है ताकि लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि हमेशा स्वच्छ पानी व पानी को उबाल कर पीयें या क्लोरिन मिलाकर पानी प्रयोग करें खाना खाने से पहले व खाने के बाद व शौच जाने के बाद हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं।
संवाद सहयोगी, इंद्री : एसडीएम सुमित सिहाग ने कहा कि गर्मी व बरसात के मौसम में अनेक बीमारियां फैलने की आशंका रहती है और बीमारियों को शुरू से ही पनपने से रोकने के लिए सावधानियां बरतना बहुत जरूरी है ताकि लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि हमेशा स्वच्छ पानी व पानी को उबाल कर पीयें या क्लोरिन मिलाकर पानी प्रयोग करें, खाना खाने से पहले व खाने के बाद व शौच जाने के बाद हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं। पीने के पानी के स्त्रोत के पास शौच न जाएं। सड़े, गले, कटे फल व बासी खाद्य पदार्थो को न तो खरीदें तथा न ही प्रयोग में लाएं।
उन्होंने जनता से अपील की है कि बीमारियों से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जारी दिशा निर्देशों की पालना करें। जानलेवा बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करें। उन्होंने बताया कि कोविड-19 से बचने के लिए फेस मास्क अवश्य पहनें। सभी दो गज की दूरी बनाएं रखें। हाथों को बार-बार साबुन से अच्छी तरह धोएं। सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें। स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें।
एसएमओ डा. संदीप अबरोल ने जनता से अपील की है कि खाने व पीने की चीजों को हमेशा ढक कर रखें, घरों में पानी की टंकियों की सफाई समय-समय पर अवश्य करें, उल्टी, दस्त लगने पर ओआरएस. व नमक का घोल पर्याप्त मात्रा में लें तथा नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाकर अपनी जांच एवं इलाज करवाएं। उन्होंने लोगों को परामर्श दिया कि घरों के आसपास पानी इक्ट्ठा नहीं होने दें व नालियों को साफ रखें तथा गड्ढ़ों को मिट्टी से भर दें। पानी की टंकियां, कूलर आदि सप्ताह में एक बार अवश्य खाली करके सुखाएं या कूलर के पानी में एक चम्मच पेट्रोल या डीजल तेल डालें। घर के आसपास व छत पर खाली बर्तन, टूटे खिलौने, गमले, खाली व बेकार बोतलें, बेकार जूते व टायर आदि में बरसात का पानी खड़ा न होने दें। छत की टंकी अच्छी तरह बंद रखें तथा नलकों में से पानी टपकना रोकें। मच्छरों के डंक से बचाव के लिए मच्छरदानी व मच्छर भगाने वाली दवाओं का प्रयोग करें।