करेले में लगा कीड़ा, अन्य सब्जियों को भी पहुंचा नुकसान

मानसून की बरसात ने सब्जी उत्पादक किसानों की चिता बढ़ा दी है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 05:30 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 05:30 AM (IST)
करेले में लगा कीड़ा, अन्य सब्जियों को भी पहुंचा नुकसान
करेले में लगा कीड़ा, अन्य सब्जियों को भी पहुंचा नुकसान

संवाद सहयोगी, घरौंडा : मानसून की बरसात ने सब्जी उत्पादक किसानों की चिता बढ़ा दी है। सबसे ज्यादा करेला की फसल प्रभावित हुई है। करेला की सब्जी में कीड़ा लगा है। लाकी, तोरी, बैंगन, गोभी व मिर्च पर भी 10 फीसद असर पड़ा है। चूंकि अभी बारिश कम हुई है तो असर भी कम है लेकिन आने वाले दिनों में ज्यादा बारिश होती है तो सब्जी काश्तकारों को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।

मई के अंतिम सप्ताह के बाद सब्जी की बुआई का कार्य शुरू हो जाता है। लगभग डेढ़ महीने के बाद उत्पादन भी शुरू हो जाता है। जुलाई में जमकर बादल बरसे। घरौंडा के मुबारकाबाद, चौरा, फैजलीपुर माजरा, बरसत, कुटेल, ऊंचा समाना गांवों में करेला, बैंगन, मिर्च, गोभी की फसल को हानि पहुंची। करेले में कीड़े लग चुके हैं, लेकिन बागवानी विभाग के अधिकारी किसानों को खराब करेला को तोड़कर एक साइड करने की सलाह दे रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, सिर्फ करेले में ही कीड़ा आया है, न कि पौधे में। इसलिए तुड़ाई करके दोबारा से फ्रेश सब्जी ली जा सकती है। इसमें ज्यादा घबराने वाली बात नहीं है। खंड बागवानी अधिकारी श्याम सिंह बताते है कि घरौंडा क्षेत्र में लगभग 150 एकड़ में विभिन्न प्रकार की सब्जियां लगाई गई है, जिसमें लगभग 25 एकड़ में करेला, 10 एकड़ में लौकी, 35 एकड़ में तोरी, 12 एकड़ में बैंगन, 12 एकड़ में ही मिर्च की खेती की जा रही है। चूंकि बारिश शुरू हो गई थी, इसलिए बहुत से किसानों ने अभी बुआई रोक दी। बारिश ने सब्जियों को नुकसान जरूर पहुंचाया है लेकिन यह नुकसान महज 10 फीसदी तक ही है। आने वाले दिनों में यदि बारिश ज्यादा होती है तो सब्जियों के पौधों को नुकसान पहुंचेगा।

पट्टे पर खेती करने वाले किसानों को ज्यादा दिक्कतें

मुबारकाबाद के किसान रोहताश कुमार ने 60 हजार रुपये प्रति एकड़ में जमीन ठेके पर ली है। ठेके पर ली छह एकड़ में रोहताश ने गोभी और मिर्च लगाई, लेकिन भारी बारिश ने उसकी सारी मेहनत पर पानी फेर दिया। किसान का कहना है कि उसने एक लाख रुपए में गोभी का बीज खरीद कर नर्सरी लगाई थी, लेकिन वह बरसात में नष्ट हो गई। फसल खराब होने के बाद अगली फसल या सब्जी लगाने के लिए उसे पास पूंजी ही नहीं है। पहले लाकडाउन की मार पड़ी थी और अब बारिश की मार। वहीं चौरा के विनोद खुराना ने बताया कि गोभी की फसल लगाई थी, लेकिन बरसात ने सब खराब कर दिया। अभी बारिश चल रही है पता नहीं कितना नुकसान करेगी।

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