जल्द अमीर बनने की चाह में फाइनेंस कर्मियों ने रची थी अपने साथ लूट की साजिश
जल्द अमीर बनने की चाह में निजी फाइनेंस कंपनी के कर्मियों ने अपने ही साथ लूट किए जाने की साजिश रच डाली। चार आरोपितों को सीआइए वन टीम ने गिरफ्तार किया तो दो बड़ी वारदातों का पर्दाफाश हुआ। आरोपित फाइनेंस कर्मी आशिफ वासी गांव समसपुर जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश इन वारदातों का मुख्य आरोपित पाया गया जबकि अनिल भी उसके साथ कार्यरत है।
जागरण संवाददाता, करनाल : जल्द अमीर बनने की चाह में निजी फाइनेंस कंपनी के कर्मियों ने अपने ही साथ लूट किए जाने की साजिश रच डाली। चार आरोपितों को सीआइए वन टीम ने गिरफ्तार किया तो दो बड़ी वारदातों का पर्दाफाश हुआ। आरोपित फाइनेंस कर्मी आशिफ वासी गांव समसपुर जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश इन वारदातों का मुख्य आरोपित पाया गया जबकि अनिल भी उसके साथ कार्यरत है।
सीआइए वन की टीम ने सबसे पहले 23 जुलाई को आरोपित जितेंद्र उर्फ ढीला वासी हाट जिला जींद को विश्वसनीय सूचना पर जीटी रोड घरौंडा से एक अवैध देशी पिस्तौल व एक जिदा कारतूस सहित गिरफ्तार किया गया था। जिस पर थाना घरौंडा में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। आरोपित को अदालत से रिमांड पर लिया गया, जिस दौरान उसने अपने चार साथियों कृष्ण, प्रवीण, सोनू वासी जींद व आशिफ वासी सहारनपुर उत्तर प्रदेश के साथ मिलकर हथियारों के बल व मारपीट करके छीनाछपटी करने की दो वारदातों को अंजाम देने की बात मानी। इसके बाद टीम ने कृष्ण, प्रवीण उर्फ पिन्ना वासी गांव हाट जिला जींद व आशिफ वासी गांव समसपुर जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश को करनाल की अलग-अलग जगह से गिरफ्तार किया गया। जांच में पता चला कि आरोपित योजनाबद्व तरीके से वारदात को अंजाम देकर लूटी गई राशि आपस में बांट लेते थे।
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इन वारदातों से उठा पर्दा
- थाना घरौंडा में आशिफ ने 14 अप्रैल को मामला दर्ज कराया था कि बाइक सवार दो अज्ञात आरोपितों द्वारा गांव गढी बेसक व गांव गढी भरल के बीच के एरिया में उसे डंडा मारकर उससे उसका बैग छीन लिया। जिसमें जिसमें एक बायोमैट्रिक टैब, चार्जर, पावर बैंक, जरूरी कागजात व कलेक्शन के करीब डेढ़ लाख रुपये थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि इस वारदात को शिकायतकर्ता आशिफ द्वारा ही योजनाबद्व तरीके से अंजाम दिया गया था। उन्होंने बताया था कि वह एक फाईनेंस कंपनी में काम करता है। सैलरी से काम न चलने की बात कहकर एक बार में ही अमीर बनने के चक्कर मे अपने ही साथ काम करने वाले एक आरोपित कृष्ण वासी जींद को अपने किन्ही जानकारों से कलेक्शन के रुपये लूटने की वारदात को अंजाम दिलाने का प्लान बनाया ताकि लूटने के बाद लूटी गई राशि आपस में बांट ली जाए और इस संबंध में झूठा मामला भी दर्ज कराया जाए। कृष्ण के कहने पर उसके ही गांव के रहने वाले दो आरोपितों प्रवीन उर्फ पिन्ना व सोनू उर्फ लिट्टू वासी हाट ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। इस मामले में कृष्ण, प्रवीण उर्फ पिन्ना व आशिफ को गिरफ्तार किया गया है। चौथा आरोपित सोनू उर्फ लिट्टू अभी फरार है। - अनिल राणा वासी गांव राहडा ने 17 जून को मूनक थाना में केस दर्ज कराया था। उसने बताया था कि वह फाईनेंस कम्पनी घरौंडा ब्रांच में एसएम के पद पर कार्य करता था। शाम के समय बाईक सवार आरोपितों द्वारा ड्रेन की पटरी पर नजदीक पीर बाबा पर उस पर डंडों से हमला करके व पिस्तौल दिखा कर उससे उसका बैग छीन लिया, जिसमें करीब 98 हजार की नगदी, टैबलेट, उसका पर्स व जरूरी कागजात थे। जांच में पता चला कि इस वारदात को आरोपित कृष्ण, प्रवीण, आसिफ व जितेंद्र उर्फ ढिल्ला द्वारा मिलकर अंजाम दिया गया था।शिकायतकर्ता अनिल आरोपित आसिफ के साथ ही फाईनेंस कंपनी में नौकरी करता था। आसिफ ने ही अपने अन्य साथी आरोपितों को यह सूचना देकर वारदात को अंजाम दिलाया था। ------------
आरोपित के खिलाफ पहले भी मामला दर्ज
सीआइए वन प्रभारी दीपेंद्र राणा ने बताया कि आरोपित जितेंद्र के खिलाफ पहले वर्ष 2019 में थाना असंध में एक मामला फिरौती के लिये जान से मारने के प्रयास का दर्ज है। इसमें वह जमानत पर बाहर चल रहा था। आरोपित कृष्ण, प्रवीण व आशिफ को अदालत में पेश कर चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।