घरौंडा मंडी का दबाव कम करने के लिए बाहरी जिलों के धान की आवक पर पाबंदी

अनाज मंडी में बाहरी जिलों की धान की आवक पर प्रतिबंद्ध लग गया है। मार्केट कमेटी से जुड़े पानीपत के कुछ गांव के किसान ही घरौंडा मंडी में अपनी धान लेकर आ सकते हैं। बाहरी क्षेत्रों की धान मंडी में पहुंचने से उत्पन्न हुई अव्यवस्थाओं के कारण यह फैसला लिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 07:22 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 07:22 AM (IST)
घरौंडा मंडी का दबाव कम करने के लिए बाहरी जिलों के धान की आवक पर पाबंदी
घरौंडा मंडी का दबाव कम करने के लिए बाहरी जिलों के धान की आवक पर पाबंदी

संवाद सहयोगी, घरौंडा : अनाज मंडी में बाहरी जिलों की धान की आवक पर प्रतिबंद्ध लग गया है। मार्केट कमेटी से जुड़े पानीपत के कुछ गांव के किसान ही घरौंडा मंडी में अपनी धान लेकर आ सकते हैं। बाहरी क्षेत्रों की धान मंडी में पहुंचने से उत्पन्न हुई अव्यवस्थाओं के कारण यह फैसला लिया गया है। बाहरी धान पर पाबंदी लगने से ना सिर्फ मंडी में लिफ्टिग का काम सुचारू हो पाएगा, बल्कि किसानों को घंटों तक लाइनों में भी नहीं लगना पड़ेगा। गेटपास सिर्फ करनाल जिला के किसानों के ही काटे जाएंगे।

करीब एक सप्ताह से घरौंडा अनाज मंडी में तेजी से आ रही धान के कारण पूरी मंडी चोक हो चुकी थी। ना तो धान डालने के लिए जगह बची थी और ना ही लिफ्टिग का कार्य हो पा रहा था। दूसरा किसानों को जाम की स्थिति का सामना करना पड़ रहा था। जिसका मुख्य कारण दूसरे जिलो से पहुंच रही धान को माना जा रहा था। अव्यवस्थित मंडी को व्यवस्थित करने के लिए सरकार ने दूसरे जिलो की एंट्री को घरौंडा की मंडी में बैन कर दिया। गेट पास सिर्फ करनाल के किसानों के ही काटे जा रहे हैं और पानीपत जिला के कुछ गांव ही धान की आवक को मंजूरी दी है। 16 अक्टूबर से पाबंदी लग चुकी थी, जिसके बाद मंडी में लिफ्टिग के कार्य को पटरी पर लाने के लिए 17 व 18 अक्टूबर को मंडी में आवक को बंद कर दिया गया। दो दिनों में मंडी से करीब साढ़े चार लाख कट्टों का उठान किया गया। मंडी में पहुंचने वाली धान के लिए जगह बनी। मंगलवार की सुबह किसानों के गेटपास काटे जाने का काम शुरू किया गया। बाहरी जिलों की धान न आने से जाम की स्थिति भी उत्पन्न नहीं हुई। मंडी में ट्रालियों के कम पहुंचने का दूसरा कारण बारिश को भी माना जा रहा है। क्योंकि दो दिनों से हुई बरसात ने धान की फसल को प्रभावित किया है और कंबाइन से कटाई कम हुई। इसलिए ट्रालियां भी कम पहुंची और करीब 90 हजार कट्टों का उठान भी आज हो सका। मंडी एसोसिएशन के सचिव सुरेश मित्तल का कहना है कि मंडी में लिफ्टिग का कार्य ढीला रहा। ऐसे में आने वाले दिनों में धान की आवक तेजी पकड़ेगी। मंडी में बाहरी जिलों की धान पर पांबदी लगने से राहत जरूर मिली है। किसान भी अपना मूल आधार कार्ड साथ लेकर आना होगा।

वहीं मार्केट कमेटी के सचिव अशोक शर्मा ने बताया कि मंडी में धान की आवक और लिफ्टिग सुचारू है। बाहरी जिलों की धान पर बैन लग गया है। करनाल जिला व पानीपत के कुछ गांव ही घरौंडा मंडी में धान लेकर आ सकते है।

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