फर्जी कस्टमर केयर बनकर लोगों के पैसे उड़ा रहे साइबर ठग, पुलिस ने बचाव को लेकर जारी की एडवाइजरी

हर क्षेत्र में तकनीक बढ़ी तो साइबर अपराधी भी अपराध करने के नए-

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 01:58 AM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 01:58 AM (IST)
फर्जी कस्टमर केयर बनकर लोगों के पैसे उड़ा रहे साइबर ठग, पुलिस ने बचाव को लेकर जारी की एडवाइजरी
फर्जी कस्टमर केयर बनकर लोगों के पैसे उड़ा रहे साइबर ठग, पुलिस ने बचाव को लेकर जारी की एडवाइजरी

जागरण संवाददाता, करनाल : हर क्षेत्र में तकनीक बढ़ी तो साइबर अपराधी भी अपराध करने के नए-नए तरीके अपना कर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। जिसमें एक तरीका फर्जी कस्टमर केयर बनकर ठगी की वारदात को अंजाम देना है। साइबर अपराधी फर्जी कस्टमर केयर नंबरों के जरिये आम लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। लोगों को ऐसे ठगों से बचाने के लिए पुलिस ने भी बढ़ते मामले देख एडवाइजरी जारी की है। पुलिस के अनुसार लोग किसी भी कंपनी के कस्टमर केयर का नंबर पाने के लिए गूगल का सहारा लेते हैं। ऐसा करते समय कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है, क्योंकि साइबर अपराधी आपकी एक चूक की ताक में बैठे हुए हैं। फेसबुक और ट्विटर से लेकर गूगल तक ये अपराधी फेक कस्टमर केयर नम्बर डालकर रखते हैं। आपने जरा सी गलती की और आप साइबर अपराधियों के जाल में फस जाते हैं। साइबर अपराधी किसी बैंक, कंपनी या संस्था की वेबसाइट से मिलती जुलती वेबसाइट बनाने से लेकर सोशल साइटों व गूगल मैप आदि पर गलत नम्बर डालकर रखते हैं। जिस कारण लोग असल और फेक वेबसाइटों में अंतर नही कर पाते है और इन नम्बरों को ही अधिकारिक नम्बर समझ लेते हैं व ऐसे लोगों के झांसे में आकर ठगी का शिकार हो जाते हैं।

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जरूरी सावधानियां, जिन्हें अपनाकर आप ठगी होने से बच सकते हैं

- गूगल पर कुछ भी सर्च करते समय रिजल्ट में सबसे ऊपर दिख रही वेबसाइट को ही सही नहीं मानें।

- गूगल मैप के रिजल्ट पर कभी भरोसा नहीं करें। इसे कोई भी एडिट कर सकता है।

- ट्विटर और फेसबुक पर ब्लूटिक जरूर चेक करें। अगर ये वैरिफायड है तो सुरक्षित हैं।

- सोशल मीडिया पर अपराधी, लोगों की शिकायतों पर नजर रखते हैं। आपके शिकायत करते ही इनबाक्स में कस्टमर केयर बनकर वे अपना नम्बर दे सकते हैं। ध्यान रखें कि कोई भी संस्थान सीधे इनबाक्स में नहीं आता है।

- सबसे महत्वपूर्ण है कि लोभ न करें। आज के समय में अपराधी सस्ता लोन आफर करने की वेबसाइट बनाकर ठगी कर रहे हैं।

- किसी से भी कार्ड नम्बर, सीवीवी, कार्ड का पिन, नेट बैंकिग का पासवर्ड व ओटीपी आदि शेयर न करें। ------------------- साइबर ठगी के शिकार होने पर तत्काल करें शिकायत : एसपी

एसपी गंगा राम पूनिया का कहना है कि साइबर ठगी का कोई शिकार हो जाता है तो तत्काल शिकायत करनी चाहिए। जल्दी शिकायत मिलेगी तो आरोपितों तक पहुंचना आसान हो जाता है और पैसा वापस मिलने की उम्मीद भी बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि ठगी का शिकार होने पर सबसे पहले बैंक को असली वेबसाइट के माध्यम से या ईमेल से सूचित करें। सभी बैंकों के ऐप में भी शिकायत करने की सुविधा दी जाती है। पेटीएम, फोनपे जैसे ऐप से ठगी होने पर इप कंपनियों को उनकी वेबसाइट या ऐप से बतायें। हैल्पलाइन नम्बर 155260 पर अवश्य शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा नजदीकी पुलिस चौकी या पुलिस थानों में भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

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