1857 की क्रांति में हरियाणा के वीरों का अहम योगदान: उपायुक्त

उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। भारत का आजादी दिलवाने के लिए 1857 की क्रांति का सबसे अहम योगदान था। आजादी की लड़ाई का बिगुल सबसे पहले 1857 में बजा था और देश के महान क्रांतिकारियों के बलिदान और योगदान से ही भारत को 1947 में आजादी मिली थी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 09:51 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 09:51 PM (IST)
1857 की क्रांति में हरियाणा के वीरों का अहम योगदान: उपायुक्त
1857 की क्रांति में हरियाणा के वीरों का अहम योगदान: उपायुक्त

करनाल (विज्ञप्ति): उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। भारत का आजादी दिलवाने के लिए 1857 की क्रांति का सबसे अहम योगदान था। आजादी की लड़ाई का बिगुल सबसे पहले 1857 में बजा था और देश के महान क्रांतिकारियों के बलिदान और योगदान से ही भारत को 1947 में आजादी मिली थी।

उपायुक्त ने मंगलवार को डा. मंगल सेन सभागार के परिसर में सूचना जन संपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा के योगदान पर आधारित तीन दिवसीय प्रदर्शनी का रिबन काटकर उद्घाटन किया। इसके उपरांत प्रदर्शनी का अवलोकन किया। डीआइपीआरओ सुनील बसताड़ा व एआइपीआरओ रघुबीर सिंह ने मुख्य अतिथि का पुष्प गुच्छ के साथ स्वागत किया।

उपायुक्त ने कहा कि यह तीन दिवसीय प्रदर्शनी 30 सितंबर तक चलेगी। प्रदर्शनी अवलोकन का समय सुबह 10 बजे से सायं 5 बजे तक रहेगा। उन्होंने कहा कि देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाई जा रही है। हरियाणा प्रदेश ने भी इसमे बढ़चढ़ कर भाग लिया है और देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ को अनूठे ढंग से मनाने के लिए प्रदेश भर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इस प्रदर्शनी में जहां देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों, वीर शहीदों के जीवन की गौरव गाथा को दर्शाया गया है वहीं देश की आजादी व हरियाणा प्रदेश के गठन के बाद हुई प्रगति को भी प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे इस प्रदर्शनी का अवलोकन जरूर करें और राष्ट्र भक्ति से जुड़कर देश की प्रगति और खुशहाली में अपना योगदान दें। उपायुक्त ने सूचना, जन संपर्क एवं भाषा विभाग की इस अनूठी पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से देश के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों, राजा-महाराजाओं के योगदान को अभिलेखों के माध्यम से आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने जिलावासियों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी का अवलोकन करें और देश की आ•ादी में योगदान देने वाले वीरों के जीवन से जुड़ी अहम जानकारी प्राप्त करें। इस मौके पर टीए साउंड संदीप कुमार, लेखाकार सतीश शर्मा, पूर्व डीआइपीआरओ हरनाम दास, स्टेज मास्टर हिशम सिंह, कलाकार रामकुमार, सुमेर पाल, सतपाल शर्मा, गुलाब, संदीप, आजाद सिंह व विजय सैनी उपस्थित रहे।

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