फिट रहना है तो..डांस पे चांस मार ले
कोरोना की दूसरी लहर के बीच धीरे-धीरे स्थिति नियंत्रित हो रही है। मगर लोगों के मन में समाया तनाव कम नहीं हुआ है। यही कारण है कि करनाल का नाम देश-प्रदेश में रोशन करने वालीं नृत्य गुरु मनीषा नागपाल ने आनलाइन सत्रों के जरिए विभिन्न प्रकार की नृत्य शैलियों का प्रशिक्षण देने की मुहिम शुरू की है। इससे लोगों को तन-मन फिट रखने में कारगर मदद मिल रही है। करनाल ही नहीं बल्कि पानीपत चंडीगढ़ से लेकर दिल्ली तक लोग इसका फायदा उठा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, करनाल: कोरोना की दूसरी लहर के बीच धीरे-धीरे स्थिति नियंत्रित हो रही है। मगर लोगों के मन में समाया तनाव कम नहीं हुआ है। यही कारण है कि करनाल का नाम देश-प्रदेश में रोशन करने वालीं नृत्य गुरु मनीषा नागपाल ने आनलाइन सत्रों के जरिए विभिन्न प्रकार की नृत्य शैलियों का प्रशिक्षण देने की मुहिम शुरू की है। इससे लोगों को तन-मन फिट रखने में कारगर मदद मिल रही है। करनाल ही नहीं, बल्कि पानीपत, चंडीगढ़ से लेकर दिल्ली तक लोग इसका फायदा उठा रहे हैं।
मनीषा बताती हैं कि उन्होंने अनायास ही सोचा कि क्यों न कुछ ऐसा किया जाए, जिससे लोगों को तनाव से निजात पाने के साथ खुद को फिट रखने में मदद मिले। इसी के साथ उन्होंने यू ट्यूब चैनल लांच कर दिया। वह पंजाबी, हरियाणवी, राजस्थानी नृत्य शैलियों से लेकर वेस्टर्न और अन्य प्रचलित शैलियों में प्रशिक्षण दे रही हैं।
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नृत्य से घटता है वजन
मनीषा बताती हैं कि बदलते दौर में म्यूजिक पर एक्सरसाइज का काफी क्रेज है। शौक पूरा करने के साथ सेहत को भी दुरुस्त रखने में नृत्य से लोगों को भरपूर मदद हासिल हो रही है। अतिरिक्त कैलोरी और वजन घटाने के लिए भी नियमित रूप से नृत्य करना काफी फायदेमंद साबित होता है तो मांसपेशियां मजबूत करने, आत्मविश्वास बढ़ाने, स्मरण शक्ति बेहतर करने और किसी भी कार्य पर फोकस करने में भी नृत्य काफी मददगार है। इसी प्रकार ब्रेन हेल्थ के लिए यह उपयोगी है तो एंटी एजिग भी है। इसलिए हर आयु वर्ग के लोगों को नृत्य अवश्य करना चाहिए।
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मदद के लिए सदैव तत्पर
बच्चों को स्कूल व आनलाइन माध्यम से नृत्य सिखाने वाली मनीषा बताती हैं कि गरीब घरों के बच्चों को पढ़ाई के साथ नृत्य का ज्ञान देने के लिए वह सदा तत्पर रहती है। ऐसे बच्चों की मदद से उन्हें बेहद संतोष प्राप्त होता है। कन्या शिक्षा प्रोत्साहन, पर्यावरण संरक्षण और इसी प्रकार के अन्य मुद्दों पर मनीषा हमेशा सक्रिय रहीं। मनीषा ने बताया कि कोरोना काल में लागू लाकडाउन में उन्होंने ऑनलाइन कक्षाएं चलाईं ताकि उनसे प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले बच्चों को परेशान न होना पड़े। इसी प्रकार ऑनलाइन प्रक्रिया की ही मदद से बच्चों व उनके परिवारों को मास्क लगाने, सैनिटाइजेशन और शारीरिक दूरी बनाए रखने सरीखी तमाम हिदायतों के प्रति बखूबी जागरूक किया। मनीषा चाहती हैं कि देश की महान सांस्कृतिक विरासत और कलाओं को बचाने के लिए हर वर्ग यथासंभव योगदान दे।