स्मार्ट सिटी की सुंदरता का श्रृंगार बनेगी हरियाली, शुद्ध ऑक्सीजन के साथ खुशहाल प्रकृति

जिले की आबोहवा को शुद्ध बनाए रखने के लिए वन विभाग ने पौधारोपण की शुरुआत कर दी है। अभियान के तहत वन विभाग की ओर से इस बार लगभग साढ़े तीन लाख पौधे सड़क किनारे गांवों में लगाएगा। इसके लिए विभाग ने अपनी नर्सरियों में पौधों की संभाल शुरू कर दी है। शहर की सुंदरता को ध्यान में रखते हुए हुए इस बार 20-25 हजार पौधे लगाए जाएंगे। स्मार्ट सिटी को ध्यान में रखते हुए अधिक ऑक्सीजन देने वाले पौधे लगाने की योजना बनाई जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 09:08 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 06:21 AM (IST)
स्मार्ट सिटी की सुंदरता का श्रृंगार बनेगी हरियाली, शुद्ध ऑक्सीजन के साथ खुशहाल प्रकृति
स्मार्ट सिटी की सुंदरता का श्रृंगार बनेगी हरियाली, शुद्ध ऑक्सीजन के साथ खुशहाल प्रकृति

जागरण संवाददाता, करनाल : जिले की आबोहवा को शुद्ध बनाए रखने के लिए वन विभाग ने पौधारोपण की शुरुआत कर दी है। अभियान के तहत वन विभाग की ओर से इस बार लगभग साढ़े तीन लाख पौधे सड़क किनारे, गांवों में लगाएगा। इसके लिए विभाग ने अपनी नर्सरियों में पौधों की संभाल शुरू कर दी है। शहर की सुंदरता को ध्यान में रखते हुए हुए इस बार 20-25 हजार पौधे लगाए जाएंगे। स्मार्ट सिटी को ध्यान में रखते हुए अधिक ऑक्सीजन देने वाले पौधे लगाने की योजना बनाई जा रही है। गांवों के सरपंचों, खंड विकास अधिकारी, नगर निगम अधिकारियों और नगर पालिकाओं को पौधरोपण अभियान में जोड़ा जाएगा। पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर विभाग की ओर से आज 500 पौधे एनडीआरआइ रोड स्थित गीता द्वार के आसपास के क्षेत्र में लगाए जाएंगे। इस दौरान विशेष तौर पर प्रदेश प्रधान मुख्य वन संरक्षक डा. अमरेंद्र कौर शिरकत करेंगी। ये होंगे पौधों के प्रकार

वन विभाग की ओर से मानसून से पहले पौधे लगाने की योजना तैयार की जाती है। स्मार्ट सिटी के तहत सड़कों पर हरियाली के लिए अलग-अलग वेरायटी के पौधे लगाए जाते हैं जोकि भरपूर हरियाली और ऑक्सीजन दें। पंचायतों के सहयोग से 1.42 हजार पौधे लगाए जाएंगे, जबकि लगभग 1.10 लाख पौधे पर्यावरण प्रेमियों के सहयोग से लगाए जाएंगे। वातावरण की स्वच्छता के लिए स्कूलों के मुखियाओं से भी संपर्क किया जा रहा है, जिसके चलते एक लाख पौधे लगाने की योजना है। पौधों की वेरायटी में चकरेशिया, अमलताश, गुलमोहर, नीम, बड़, पीपल, शीशम, बोटलब्रुश, सिलवर ऑक, बहेड़ा, आंवला, मानसरी, चांदनी, गुडल आदि वैरायटी को प्राथमिकता दी जाएगी। पौधे लगाने के बाद संभाल बेहद जरूरी

पर्यावरण समिति प्रधान एसडी अरोड़ा ने बताया कि वन विभाग की ओर से लगाए जा रहे पौधों की देखभाल के लिए गंभीर होना जरूरी है। विभाग द्वारा लगाए गए पौधों की जांच की जाए तो कुछ अनदेखी के चलते दम तोड़ देते हैं। हजारों पेड़ विकास की भेंट चढ़ चुके हैं जबकि बदले में पौधारोपण की तरफ ध्यान नहीं दिया जाता है। कागजों में लक्ष्य के सापेक्ष पौधे लगा दिए जाते हैं जबकि सड़क किनारे पौधे पड़े-पड़े सूख जाते हैं। लॉकडाउन के कारण पेड़-पौधों को प्रदूषण से राहत मिली है लेकिन इस हरियाली की संभाल के लिए प्रत्येक शहरवासी को गंभीर होना होगा। घरों के बाहर पौधा लगा कर पर्यावरण की सुरक्षा करनी जरूरी है। पर्यावरण दिवस पर आज लाएंगे 500 पौधे : रंगा

जिला वन अधिकारी नरेश कुमार रंगा ने बताया कि पर्यावरण दिवस के मद्देनजर शुक्रवार को गीता द्वार के पास 500 पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए जगह को समतल करवा दिया है। प्रदेश प्रधान मुख्य वन संरक्षक डा. अमरेंद्र कौर विशेष तौर पहुंच रहे हैं। वन विभाग की ओर पर्यावरण संरक्षण के लिए लगभग साढ़े तीन लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। सरपंचों व स्कूल मुखियों से संपर्क साधा जा रहा है। विभाग की ओर से लगाए गए पौधों की सुरक्षा के लिए अलग से टीम को निर्देश दिए गए हैं। गर्मियों में पौधों को सुबह-शाम पानी दिया जा रहा है।

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