संविधान का पालन करते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान दें: डा. एमएस चौहान

जागरण संवाददाता करनाल राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. एमएस चौहान की अध्य

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 05:49 AM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 05:49 AM (IST)
संविधान का पालन करते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान दें: डा. एमएस चौहान
संविधान का पालन करते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान दें: डा. एमएस चौहान

जागरण संवाददाता, करनाल : राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. एमएस चौहान की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संविधान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया। संस्थान के सभी प्रभागों के विज्ञानियों व स्टाफ ने कोविड संबंधी निर्देशों की पालना करते हुए संविधान की उद्देशिका को पढ़कर आत्मार्पित करने का संकल्प लिया।

वेबिनार के माध्यम से आयोजित वर्चुअल व्याख्यानमाला में अध्यक्षीय संबोधन में निदेशक डा. एमएस चौहान ने संविधान दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हम विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के स्वच्छंद नागरिक हैं। देश के एक सच्चे नागरिक के रूप में हमारे लिए आज का दिन संविधान के महत्व को एक बार फिर से स्मरण करने, मन में इसे पुन: दोहराने, आत्ममंथन करने का दिन है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्र के नागरिक व संविधान परस्पर पूरक हैं। संविधान लोगों को उतना ही सशक्त बनाता है, जितना कि नागरिक संविधान को सशक्त बनाते हैं। बौद्धिक विकास में मौलिक अधिकारों की अहम भूमिका होती है एवं नागरिकों को अपने अधिकारों के साथ कर्तव्यों के प्रति भी सजग होना जरूरी है। उन्होंने यह संकल्प लेने का आह्वान किया कि हमें संविधान के अनुसार अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए राष्ट्र के निर्माण में योगदान देना चाहिए।

डा. धीर सिंह संयुक्त निदेशक (अनुसंधान) व उप निदेशक राजभाषा धीरज शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए। व्याख्यानमाला में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के विधि विभाग के डा. अमित लूडरी ने मुख्य वक्ता व मुख्य अतिथि के रूप में बौद्धिक विकास में मौलिक अधिकारों की भूमिका जैसे महत्वपूर्ण समसामयिक विषय पर व्याख्यान दिया। इस अवसर पर संस्थान के संयुक्त निदेशक शैक्षणिक डा. आरआरबी सिंह, संयुक्त निदेशक प्रशासन विवेक पुरवार, वित्त नियंत्रक डीडी वर्मा व सहायक निदेशक राजभाषा राकेश कुमार कुशवाहा मौजूद रहे।

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