विक्रम मार्ग से हरियाणा नर्सिग होम तक बनेगा फ्लाइओवर, धरातल पर यथावत रहेगी सड़क

सड़कों पर दौड़ते बेतहाशा वाहनों की भीड़ कम करके यातायात को नियंत्रित करने के मकसद से शहर में रेलवे रोड के साथ फ्लाइओवर नाम से एक प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए करनाल स्मार्ट सिटी ने काम शुरू कर दिया है। बुधवार को उपायुक्त एवं केएससीएल के सीईओ निशांत कुमार यादव ने डा. मंगलसेन आडिटोरियम में केपीएमजी और लुईस बर्जर के विशेषज्ञों के साथ इस परियोजना पर चर्चा की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 07:53 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 07:53 PM (IST)
विक्रम मार्ग से हरियाणा नर्सिग होम तक बनेगा फ्लाइओवर, धरातल पर यथावत रहेगी सड़क
विक्रम मार्ग से हरियाणा नर्सिग होम तक बनेगा फ्लाइओवर, धरातल पर यथावत रहेगी सड़क

जागरण संवाददाता, करनाल : सड़कों पर दौड़ते बेतहाशा वाहनों की भीड़ कम करके यातायात को नियंत्रित करने के मकसद से शहर में रेलवे रोड के साथ फ्लाइओवर नाम से एक प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए करनाल स्मार्ट सिटी ने काम शुरू कर दिया है। बुधवार को उपायुक्त एवं केएससीएल के सीईओ निशांत कुमार यादव ने डा. मंगलसेन आडिटोरियम में केपीएमजी और लुईस बर्जर के विशेषज्ञों के साथ इस परियोजना पर चर्चा की।

चर्चा के दौरान उपायुक्त ने जानकारी दी कि शहर के रेलवे रोड, कमेटी चौक और इससे आगे हरियाणा नर्सिंग होम तक रोजाना वाहनों की खासी भीड़ रहती है। नतीजतन जाम और वाहन टकराने की घटनाएं घटती है, कारण सड़कों का आकार वही है, लेकिन इन पर दौड़ते वाहनों की संख्या अत्याधिक बढ़ गई है। इससे निजात पाने के लिए केएससीएल में फ्लाइओवर अलांग रेलवे रोड यानी रेलवे रोड के साथ फ्लाइओवर का प्रोजेक्ट लिया गया है। यह विक्रम मार्ग से हरियाणा नर्सिंग होम तक बनाया जाएगा और इसकी लंबाई 2.1 किलोमीटर तक होगी। ऊपरगामी पुल पर वाहनों के लिए दो लेन होंगी, जिनकी कुल चौड़ाई नौ मीटर की रहेगी।

उन्होंने बताया कि इस मार्ग पर पहले से ही मौजूद डिवाइडर पर, इंडियन रोड मानक के अनुसार साढ़े पांच मीटर ऊंचे वर्टिकल पीयर या सेतुबंध लगाए जाएंगे। खास बात ये है कि पुल के नीचे सड़क यानी रेलवे रोड मार्ग ऐसा ही रहेगा, उसमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा। जाहिर है कि सड़क पर मौजूद दुकानों का काम-काज भी यथावत रहेगा। लेकिन विक्रम मार्ग से हरियाणा नर्सिंग होम की तरफ जाने और हरियाणा नर्सिंग होम से रेलवे रोड की तरफ आने वालों को धरातल पर वाहन दौड़ाने की बजाए सीधे निकल जाने की सहूलियत मिल जाएगी। इससे इस मार्ग पर कंजेशन की समस्या भी नहीं रहेगी। इस दौरान केएससीएल के जीएम रमेश मढान, डीजीएम योगेश शर्मा, एक्सईएन सौरभ गोयल, पीएमसी प्रवीन झा, आर्केटेक्ट इंजीनियर स्वरूप, पूर्णिमा, सीनियर एक्सपर्ट इम्तियाज मलिक, सुमन धनंजय व एक्सपर्ट प्रवीन गुलिया भी मौजूद रहे।

इन बिदुओं पर भी चर्चा

मीटिग में मौजूद विशेषज्ञों ने उपायुक्त को बताया कि फ्लाइओवर की ड्राइंग का पहला प्रारूप तैयार हो गया है, इस पर काफी देर तक चर्चा हुई। इसके बाद फाइनल ड्राइंग बनेगी, कास्टिग होगी यानी कितना खर्चा आएगा। फिर आरएफपी यानी टेंडर डाक्यूमेंट तैयार हो जाएगा। प्रोजेक्ट फिजिबिलिटी सर्वे पहले ही पूरा हो गया था और टोपोग्राफी सर्वे का काम भी लगभग पूरा है। इस पर उपायुक्त ने एक्सपर्ट टीम को फाइनल ड्राइंग पर काम करने के निर्देश दिए।

भविष्य के प्रावधानों पर मंथन

मीटिग में भविष्य की जरूरतों को देखते, फ्लाइओवर पर क्या-क्या प्रावधान रखने की जरूरत पड़ेगी, उस पर भी चर्चा हुई। इस दौरान उपायुक्त निशांत यादव ने टीम को बताया कि रेलवे रोड पर स्थित एसडी माडल स्कूल की ओर से फ्लाइओवर पर एंट्री के लिए प्रावधान रखें। इसे एलिवेटिड में लिया जाएगा।

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