उत्तर प्रदेश के किसानों को बिना वेरीफिकेशन नहीं मिला गेट पास

ऑनलाइन पोर्टल की उलझन अभी भी किसानों के लिए परेशानियों का सबब बनी हुई है। गेहूं खरीद पोर्टल वीरवार को फिर बंद पड़ गया जिसके चलते किसान गेट पास के लिए इंतजार करते रहे। गेहूं लेकर पहुंचे उत्तर प्रदेश के किसानों के गेट पास कटने बंद हो गए और किसानों को गेहूं बेचने में परेशानी झेलनी पड़ी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 06:34 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 06:34 AM (IST)
उत्तर प्रदेश के किसानों को बिना वेरीफिकेशन नहीं मिला गेट पास
उत्तर प्रदेश के किसानों को बिना वेरीफिकेशन नहीं मिला गेट पास

जागरण संवाददाता, करनाल : ऑनलाइन पोर्टल की उलझन अभी भी किसानों के लिए परेशानियों का सबब बनी हुई है। गेहूं खरीद पोर्टल वीरवार को फिर बंद पड़ गया, जिसके चलते किसान गेट पास के लिए इंतजार करते रहे। गेहूं लेकर पहुंचे उत्तर प्रदेश के किसानों के गेट पास कटने बंद हो गए और किसानों को गेहूं बेचने में परेशानी झेलनी पड़ी। मार्केट कमेटी कार्यालय में किसान चक्कर काटते रहे। अधिकारी इसके पीछे पंजीकरण के बाद वेरिफिकेशन न होने को कारण मान रहे हैं। यही नहीं चकबंदी पीड़ित किसानों को भी वेरिफिकेशन के नाम पर परेशानी झेलनी पड़ रही है। पोर्टल की खामियों के चलते उठान भी धीमी गति से चल रहा है और मंडी गेहूं से अटी पड़ी है। किसानों के अनुसार 78 फीसद गेहूं कटाई कर ली गई है।

अप्रैल में पंजीकरण करवाने वालों के गेट पास अटके

जिला भर में ऐसे सैकड़ों किसान हैं जिन्होंने पांच-छह अप्रैल को पोर्टल पर पंजीकरण करवाया था। सिस्टम की उलझन ऐसी है कि कृषि विभाग के जिम्मेदार अपने स्तर पर किसान की वेरिफिकेशन दुरुस्त कर देते हैं, लेकिन मास्टर सिस्टम में डाटा अपडेट नहीं होता है। अनाज मंडी के गेट पर बैठे कर्मचारी जैसे ही कम्प्यूटर में किसान का नाम डालते हैं तो उसकी वेरिफिकेशन पेंडिग दिखाई देती है। समस्या का हल न मार्केट मंडी बोर्ड अधिकारी निकाल पा रहे है और न ही कृषि विभाग। किसानों ने उच्चाधिकारियों से समस्या के समाधान की मांग की है।

गेहूं बेचने के लिए पोर्टल पर पंजीकरण जरूरी

गेहूं की सरकारी खरीद के लिए किसान को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण होना अनिवार्य किया गया है। सरकार की तरफ से गेहूं की पेमेंट भी पोर्टल डिटेल के अनुसार किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाती है। पंजीकृत किसान को गेट पास मिलता है और गेहूं की सरकारी खरीद की जाती है। गेहूं लेकर अनाज मंडी में पहुंचे उत्तर प्रदेश के किसान अशोक कुमार, जगबीर ने बताया कि मंडी में सुबह गेहूं लेकर आए थे, लेकिन उनका गेट पास नहीं बन पाया है। गेट पास पर बैठे कर्मचारी वेरिफिकेशन पेंडिग होने की बात कह रहे हैं। जिला भर में ऐसे सैकड़ों किसान हैं, जिन्हें यही समस्या झेलनी पड़ रही है। दूसरी तरफ करनाल जिले के किसानों के लिए गेट पास काटे जा रहे हैं।

सुबह पोर्टल पर काटे गए थे गेट पास : सुरेंद्र सिंह

मार्केट कमेटी मंडी बोर्ड के सचिव सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के किसानों के सुबह गेट पास काटे गए थे। अचानक पोर्टल बंद होने के कारण गेट पास जनरेट नहीं हो सके हैं। पोर्टल पर जिले के किसानों की एंट्री हो रही है। किसानों की रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दी है। पोर्टल पर वेरिफिकेशन होते ही इनके गेट पास तैयार हो जाएंगे। किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी