धान नर्सरी की बिजाई और खेतों की तैयारी में जुटे किसान

किसान मक्का मूंग व हरे चारे सहित धान नर्सरी की बिजाई में जुटे है। धान रोपाई करने वाले किसान विभिन्न किस्मों की नर्सरियों की बिजाई कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 May 2019 08:24 AM (IST) Updated:Sat, 18 May 2019 08:24 AM (IST)
धान नर्सरी की बिजाई और खेतों की तैयारी में जुटे किसान
धान नर्सरी की बिजाई और खेतों की तैयारी में जुटे किसान

संवाद सूत्र, निसिग : किसान मक्का, मूंग व हरे चारे सहित धान नर्सरी की बिजाई में जुटे है। धान रोपाई करने वाले किसान विभिन्न किस्मों की नर्सरियों की बिजाई कर रहे हैं। इसके लिए किसान खेत समतल बनाने में जुटे हैं। ताकि पानी के कम खर्च पर खेत की सिचाई की जा सके। वहीं ऊंचे नीचे खेतों में अधिक पानी से फसल प्रभावित न हो। कुछ किसान खेतों की जुताई कर रहे हैं। जबकि अधिकतर किसानों ने खेतों की जुताई कर लू लगने के लिए छोड़ रखे हैं, ताकि फसल में फफूंदी रोग फैलाने वाले कीटों के अंडे व लारवा नष्ट हो सकें। किसान राजेंद्र राणा, राजेश कुमार, जगदीश चंद, व हाकम सिंह सहित अन्य के अनुसार आगामी फसल की तैयारी का उचित समय चल रहा है। किसान धान रोपाई व बिजाई से पूर्व किए जाने वाले कृषि कार्यो में व्यस्त हैं। जो गर्मी में सुबह सायं अपना कार्य करते हैं। बीते कई दिनों से किसान पीआर धान की नर्सरी की बिजाई में लगे हैं। वहीं कुछ किसानों ने विभाग की ओर से निर्धारित 15 मई से पूर्व ही नर्सरी की बिजाई कर दी थी। ताकि रोपाई के समय नर्सरी का पौधा मजबूत बनने से जल्द फुटाव कर सके। क्षेत्र के अधिकतर किसान धान की अगेती किस्मों में पीआर 14 व बासमती 1509 की बिजाई कर रहे हैं। 10 दिन बाद किसान बासमती 1121 की बिजाई करेंगे। उनका फसल तैयारी का उचित समय चल रहा है। किसान खेतों, खालों व मेढ़ों पर उगे हुए अनावश्यक घास की सफाई में जुटे है।

धान की सीधी बिजाई पर दे जोर किसान

इस संबंध में बीएओ महेंद्र संधू का कहना है कि भूजल बचाने के लिए किसान धान की सीधी बिजाई करें। जिससे कमखर्च पर धान की अच्छी पैदावार ली जा सकती है। सीधी बिजाई से अमूल्य जल की बचत भी होगी। जो भविष्य की जरूरत भी है।

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