धान की फसलों में जरूरत से ज्यादा स्प्रे न करें किसान

मुनक के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय के सभागार में हरिय

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 06:20 AM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 06:20 AM (IST)
धान की फसलों में जरूरत से ज्यादा स्प्रे न करें किसान
धान की फसलों में जरूरत से ज्यादा स्प्रे न करें किसान

संवाद सहयोगी, घरौंडा : मुनक के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय के सभागार में हरियाणा विज्ञान मंच की ओर से 62वीं किसान पाठशाला लगाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सरपंच महिपाल राणा ने की। शनिवार शाम को आयोजित इस पाठशाला में हरियाणा विज्ञान मंच के राज्य कमेटी सदस्य व विषय विशेषज्ञ डा. राजेंद्र सिंह ने किसानों को निर्यात के लिए योग्य बासमती फसल के उत्पादन पर जानकारी दी। डा. राजेंद्र सिंह ने किसानों को कहा कि गांव मुनक में बासमती का क्षेत्र 75 प्रतिशत से ज्यादा है। इस क्षेत्र के किसान कम मात्रा में कीटनाशकों का प्रयोग करते हैं और जिला कृषि विभाग द्वारा फसलों को लेकर जारी सिफारिशों को अच्छी तरह लागू करते हैं। राजेंद्र सिंह ने कहा कि धान की फसलों में 60 प्रतिशत से ज्यादा कीटनाशक दवाईयां बिना जरूरत के स्प्रे की जा रही हैं। इसके अतिरिक्त किसान निर्धारित से ज्यादा नाइट्रोजन डाल रहे हैं। किसानों को खाद, दवाई, समय और आवश्यकता की सही जानकारी के लिए ही किसान पाठशाला लगाई जाती है। ताकि धान की फसल में इनपुट डालकर कम खर्च से अधिक पैदावार ली जा सकें। वहीं करनाल के केंद्रीय कृषि लवणता अनुसंधान के प्रधान वैज्ञानिक डा. रणबीर सिंह व बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान एपीडा मोदीपुरम मेरठ उत्तर प्रदेश से प्रधान वैज्ञानिक डा. रितेश शर्मा ने वीडियो कांफ्रेसिग के माध्यम से किसानों से मुखातिब हुए और बासमती फसल संबंधित सवालों के जवाब भी दिए। साथ ही उन्होंने किसानों को जहर मुक्त खेती के लाभ बताए और कहा कि मानव शरीर में बीमारियों के बढ़ने का मुख्य कारण अंधाधुंध पेस्टीसाइड का स्प्रे करना है। इस अवसर पर नानू राम नंबरदार, जगतार सिंह, विनोद कुमार, पुष्पा रानी व निशा रानी मौजूद रहे।

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