पाठशाला के बाहर ही गंदगी की नुमाइश
रैलियां निकालकर दूसरों को जागरूक करते रहे अधिकारी, हालात से लग रहा खुद जागरूक नही
संवाद सहयोगी, असंध
नगर का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय। जहां बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ स्वच्छता का पाठ पढ़ाया जाता है और स्वच्छ भारत मिशन के तहत आए दिन रैलियां निकालकर आम जन को जागरूक करने का संदेश भी देते हैं।
सरकारी स्कूल की बिल्डिंग के आसपास में फैली गंदगी अध्यापकों और अधिकारियों को दिखाई नहीं देती। यह हालात स्पष्ट करते हैं कि दूसरों को पाठ पढ़ाने वाले स्वयं कितने जागरूक हैं। जो गंदगी को साफ करवाना भी जरूरी नहीं समझ रहे। स्थानीय निवासी कृष्ण, जग्गा, जस¨वद्र, रमेश, ज्ञानचंद, मनोज और श्याम ने कहा कि सरकारी स्कूलों की और कोई भी अध्यापक या सरकारी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझकर कार्य नहीं करता। यहां केवल जागरूकता अभियान चलाकर ही खानापूर्ति की जाती है। स्कूल में ही है खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय
खंड शिक्षा अधिकारी का कार्यालय भी स्कूल की इसी बिल्डिंग में है, लेकिन उनका भी कभी इस और ध्यान नहीं गया। या फिर उन्होंने यहां की सफाई कराने की कभी जरूरत ही नहीं समझी। रैलिया निकालकर सरकार के रजिस्टर में अपनी हाजिरी दर्ज करवाने वाले अधिकरियों को यहां सफाई की कभी भी जरुरत ही महसूस नहीं हुई। पहले से पड़ी है गंदगी : ¨प्रसिपल
इस मामले पर ¨प्रसिपल श्याम लाल का जवाब बड़ा ही चौकाने वाला मिला। उन्होंने कहा कि यहां तो पहले से इसी तरह गंदगी पड़ी हुई है। मुझे भी लगभग एक साल से ज्यादा हो गया यहां आए हुए। साथ ही उन्होंने तर्क दिया की हमारे पास केवल महिला स्वीपर है और ग्राउंड बड़ा है, इसलिए भी सफाई नहीं हो सकी। बीईओ को शिकायत का इंतजार
इस बारे में कार्यकारी खंड शिक्षा अधिकारी महेंद्र नरवाल से भी बात की गई। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में सफाई कर्मचारियों की भारी कमी है। जिसके चलते सफाई नहीं हो पाती। लेकिन नगरपालिका अधिकारियों को बोलकर यहां से जल्द ही सफाई करवा दी जाएगी।