शवों की अंत्येष्टि के लिए शिवपुरी में लगाई विद्युत शवदाह मशीन

पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर शहर की शिवपुरी में जल्द ही विद्युत शव

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Mar 2021 06:10 AM (IST) Updated:Mon, 15 Mar 2021 06:10 AM (IST)
शवों की अंत्येष्टि के लिए शिवपुरी में लगाई विद्युत शवदाह मशीन
शवों की अंत्येष्टि के लिए शिवपुरी में लगाई विद्युत शवदाह मशीन

संवाद सहयोगी, घरौंडा : पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर शहर की शिवपुरी में जल्द ही विद्युत शवदाह शुरू होगा। करीब 67 लाख की लागत से लगाई विद्युत मशीन का ट्रायल हो चुका है। नगरपालिका विद्युत मशीन की देखरेख का कार्य करेगी और अंत्येष्टि की जिम्मेदारी शिवपुरी घरौंडा की होगी। कोरोना संक्रमण से हो रही मौतों को देखते हुए वायरस संक्रमण रोकने के लिए यह फैसला लिया जा रहा है। हरियाणा सरकार कोरोना और पर्यावरण संरक्षण के चलते विद्युत शवदाह गृह का निर्माण करवा रही है। बीती जुलाई-2020 में ही शिवपुरी घरौंडा में विद्युत शवदाह गृह बनाने की कवायद शुरू हो गई थी। करीब छह माह बाद शवदाह गृह बनकर तैयार हो चुका है। नगरपालिका अधिकारियों ने बीते दिनों इस मशीन का ट्रायल भी लिया है और इसकी संपूर्ण प्रक्रिया को भी समझा है। नपा अधिकारियों के मुताबिक, शवदाह गृह पर करीब 67 लाख का खर्च आया है। इसमें 41 लाख की राशि मशीनरी पर खर्च हुआ और करीब 26 लाख रुपये सिविल वर्क पर खर्च हुआ है।

करीब 800 डिग्री होगा मशीन का तापमान

नगरपालिका सचिव रविप्रकाश शर्मा ने बताया कि बिजली व गैस आधारित शवदाह गृह बनाने से एक और जहां अंतिम संस्कार से होने वाले पर्यावरण प्रदूषण में कमी आएगी। वहीं कोरोना पीड़ित मृतक से वायरस संक्रमण का खतरा भी खत्म हो जाएगा। इसके अतिरिक्त दाह संस्कार में होने वाले खर्च की लागत भी 50 फीसदी कम होगी। गैस संयंत्र में अस्सी किलो वजनी एक शव के दाह संस्कार में करीब बीस किलो गैस खर्च होगी। जहां लकडिय़ों से दाहक्रम करने में तापमान 300 से 400 डिग्री रहता है वहीं मशीन का ट्रेम्परेचर करीब 800 डिग्री सेल्सियस होगा। जो हर तरह के कीटाणु और जीवाणुओं को नष्ट करने में सक्षम होगा। दाह संस्कार प्रक्रिया में भी एक से डेढ़ घंटे का समय लगेगा। नपा के मुताबिक, गैस आधारित शवदाह संयंत्र की चिमनी तीस फिट ऊंची बनाई गई है। इस चिमनी के जरिये संयंत्र का धुआं बाहर निकलेगा, जिससे शव जलाने से होना वाला पर्यावरण प्रदूषण कम होगा।

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