टोल खोलने के प्रयास, आंदोलनकारी भी डटे

11 माह से बिना टैक्स चुकाए गुजर रहे वाहन

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 10:27 PM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 10:27 PM (IST)
टोल खोलने के प्रयास, आंदोलनकारी भी डटे
टोल खोलने के प्रयास, आंदोलनकारी भी डटे

जागरण संवाददाता, करनाल: 11 माह से फ्री चल रहे बसताड़ा टोल प्लाजा को खोलने के लिए प्रबंधन लगातार प्रयास कर रहा है। नेशनल हाईवे स्थित इस टोल से प्रतिदिन लगभग 50 से 60 हजार वाहनों का आवागमन होता है। इससे करीब साठ लाख रुपये प्रतिदिन का राजस्व मिलता था। लेकिन बदले हालात में यह सिलसिला पूरी तरह ठप है। टोल प्लाजा के स्टाफ को संकट से जूझना पड़ रहा है तो कई की नौकरी तक जा चुकी है। एऐ में अब प्रधानमंत्री की कानून वापसी की घोषणा के बाद प्रबंधन प्रयासरत है कि जल्द से जल्द टोल खुले। इसके प्रयास जारी हैं। हालांकि, इस स्थिति के बीच आंदोलनकारी न केवल लगातार यहां डटे हैं बल्कि, बैठकों के अलावा यहां रागिनी व अन्य गतिविधियों से एकजुटता दर्शाने में कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही।

जिले में दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे स्थित बसताड़ा टोल प्लाजा को पूरे प्रदेश के सबसे व्यस्ततम टोल में गिना जाता है। यहां हर दिन हजारों छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन होता है लेकिन टोल पर 11 माह से आंदालनकारी लगातार धरना दे रहे हैं। ऐसे में टोल बंद रहने के कारण प्रबंधन को करोड़ों रुपये का नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसके बावजूद अभी कुछ और समय तक फिलहाल टोल शुरू होने के आसार नजर नहीं आ रहे।

हालांकि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से दो दिन पूर्व कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा के बाद टोल प्रबंधन को उम्मीद जगी कि अब कामकाज पुन: पटरी पर लौट सकता है। इसी के साथ टोल की बंद पड़ी लेन पर यातायात रोकने के लिए रखे गए बड़े बड़े पत्थर हटाने और केबिन आदि की सफाई का प्रयास भी किया गया लेकिन इसकी भनक जैसे ही पास मौजूद आंदोलनकारियों को लगी तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर पुरजोर विरोध व्यक्त किया। इसे देखते हुए बैकफुट पर आए टोल प्रबंधन को पूरी कवायद रोकनी पड़ी। इसके बाद एक बार फिर आंदोलनकारी टोल पर पूरे जोश के साथ लगातार डटे हैं। रविवार को भी उनकी ओर से रागनी का दौर जारी रहा। दूसरी ओर, टोल प्रबंधन की ओर से स्पष्ट किय गया कि अभी हालात पर निगाह रखी जा रही है। आगे कोई भी कदम उच्चाधिकारियों के दिशा-निर्देशानुसार ही उठाया जाएगा।

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अब मंहगा होगा सफर

बदले हालात में नेशनल हाईवे पर आवागमन के दौरान वाहनों को टोल से गुजरते समय अधिक रेट भी चुकाने होंगे। अभी भले ही टोल फ्री हैं लेकिन कृषि कानूनों की वापसी के बाद जब टोल खुलेंगे तो टोल टैक्स भी अधिक देना होगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से दरें बढ़ाने के चलते अब टोल टैक्स पहले की तुलना में पांच रुपये से लेकर दस रुपये तक अधिक लगेगा। जबकि मासिक पास की श्रेणी में 50 से लेकर 275 रुपये तक की बढ़ोत्तरी कर दी गई है। हालांकि, ये दरें सालाना वृद्धि के एग्रीमेंट के अनुरूप ही तय की गई हैं, जिन्हें टोल खुलने पर लागू किया जाएगा। कार, जीप, वैन और एलसीवी के एक तरफ के टोल टैक्स में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है जबकि बस और ट्रक की श्रेणी में एक तरफ के टैक्स में पांच रुपये और डबल एक्सले एमएवी में दस रुपये बढ़ाए गए हैं।

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