मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारियों का प्रदर्शन 10 नवंबर को
प्रदेशभर के रोडवेज कर्मचारी 10 नवंबर को करनाल में जोरदार विरोध प्रदर्शन करेंगे। सीएम कार्यालय का घेराव कर अपना रोष जताएंगे। यूनियन की करनाल डिपो की बैठक में प्रदर्शन-घेराव की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई।
करनाल (वि) : प्रदेशभर के रोडवेज कर्मचारी 10 नवंबर को करनाल में जोरदार विरोध प्रदर्शन करेंगे। सीएम कार्यालय का घेराव कर अपना रोष जताएंगे। यूनियन की करनाल डिपो की बैठक में प्रदर्शन-घेराव की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई। डिपो प्रधान सुरेश कुमार संघोई ने कहा कि 11 नवंबर को परिवहन मंत्री मूल चंद शर्मा की अध्यक्षता और उच्च अधिकारियों की उपस्थिति में यूनियन के साथ वार्ता हरियाणा निवास चंडीगढ़ में संपन्न हुई थी। बैठक में मांगों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कुछ मांगों पर सहमति देते हुए मंत्री ने उन्हें लागू करने का आश्वासन दिया था। अब एक वर्ष के बाद भी स्थिति ज्यों की त्यों है। उन्होंने सरकार से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि कुछ मांगे तो ऐसी है, जिसका सरकार पर कोई आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ता, केवल अधिकारियों की लापरवाही के कारण इनको बेवजह लटकाया जा रहा है। उन्होंने कहा अगर मंत्री व उच्च अधिकारी थोड़ी सी गंभीरता दिखाएं तो कर्मचारियों की वार्ता के स्तर पर बहुत सी मांगों व समस्याओं का उचित समाधान हो सकता है। सुरेश कुमार ने मांगो पर बोलते हुए कहा कि यूनियन द्वारा काफी समय से बोनस का भुगतान करने परिचालकों को पे-ग्रेड बढ़ाने, विभाग में नई बसों की संख्या बढ़ाने, वर्दी शूज भत्ता बढ़ाकर भुगतान करने हैड आफिस स्तर पर वर्षो से लंबित पड़ी अपीलों का समय सीमा में निपटारा करने, समय-समय पर हैड आफिस द्वारा जारी आदेशों को डिपो स्तर पर बराबर व सख्ती से लागू करवाने, सहायक स्टोर कीपर का पद समाप्त करने 2016 में भर्ती चालकों को पक्का करने, सरकार द्वारा विरोध के बावजूद विभाग में लीज पर ली गई किलोमीटर स्कीम की बसों को एग्रीमेंट के ही आधार पर चलाने वर्कशाप में कर्मियों की पक्की भर्ती करने एवं एक समान सभी को तकनीकी वेतन मान देने पूर्व की भांति वर्कशाप के होलिडे लागू करने, चालक परिचालको से मोटरव्हीकल एक्ट के अनुसार कार्य लेने आदि की मांग की जा रही है। इस अवसर पर डिपो प्रधान सुरेश कुमार संघोही, उपप्रधान सुमेर चंद, कोषाध्यक्ष राजेश कुमार, सह सचिव संजय कुमार, आडिटर सुखविदर सिंह, सचिव नरेश कुमार, चेयरमैन जगतार सिंह व मुख्य सलाहकार सरदार दिलबाग सिंह मौजूद रहे।