कचरे से बनाई कंपोस्ट खाद, अब बिक्री की तैयारी

अक्सर कूड़े-कचरे का बेहतर इस्तेमाल नहीं हो पाता लेकिन नगर निगम ने शहर से हर दिन बड़ी मात्रा में उठने वाले कचरे से न केवल अच्छी-खासी कंपोस्ट खाद बना ली बल्कि अब इसकी बिक्री की भी तैयारी की जा रही है। इससे पहले निगम प्रशासन की ओर से गुणवत्ता जांचने के लिए कंपोस्ट के नमूने आइआइटी रुड़की को भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद यह प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 07:36 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 07:36 PM (IST)
कचरे से बनाई कंपोस्ट खाद, अब बिक्री की तैयारी
कचरे से बनाई कंपोस्ट खाद, अब बिक्री की तैयारी

जागरण संवाददाता, करनाल: अक्सर कूड़े-कचरे का बेहतर इस्तेमाल नहीं हो पाता लेकिन नगर निगम ने शहर से हर दिन बड़ी मात्रा में उठने वाले कचरे से न केवल अच्छी-खासी कंपोस्ट खाद बना ली बल्कि अब इसकी बिक्री की भी तैयारी की जा रही है। इससे पहले निगम प्रशासन की ओर से गुणवत्ता जांचने के लिए कंपोस्ट के नमूने आइआइटी रुड़की को भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद यह प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।

करनाल में नगर निगम की ओर से कूड़े कचरे के बेहतर निस्तारण व प्रबंधन के लिए शेखपुरा में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनाया गया है। यहां अत्याधुनिक तकनीक और संयंत्रों की मदद से नियमित रूप से कंपोस्ट खाद तैयार की जा रही है। प्लांट पर फिलहाल उपलब्ध कुल कंपोस्ट की बात की जाए तो अब तक यहां करीब 677 मीट्रिक टन कंपोस्ट तैयार की जा चुकी है। इसके अलावा कंपोस्ट तैयार करने की प्रक्रिया के दौरान लकड़ी के टुकड़े व बेकार कपड़े के पीस जैसी काफी सामग्री भी निकली। इसे मिलाकर प्लांट में लगभग 1050 मीट्रिक टन माौूद है। निगम अधिकारियों की मानें तो इस सामग्री का उपयोग सोनीपत स्थित वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में भेजने की योजना है ताकि ऊर्जा उत्पादन में इसका इस्तेमाल किया जा सके। निगम का शेखपुरा स्थित प्लांट सरकार की ओर से निर्धारित नियमों व मानकों के अनुसार ही काम कर रहा है। निस्तारण के काम में पहले से तेजी आई है। अब प्रयास किया जा रहा है कि प्लांट से उत्पादित कंपोस्ट की बिक्री की प्रक्रिया शुरू की जाए। इसके लिए अभी तक तैयार हो चुकी कंपोस्ट के नमूने आइआइटी रुड़की भेजे गए हैं। लैब परीक्षण के बाद रिपोर्ट आने पर इस दिशा में आगे आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। ट्रोमल मशीन का इस्तेमाल

नगर निगम के शेखपुरा स्थित प्लांट में कूड़े का निस्तारण करने के लिए विशेष प्रकार की ट्रोमल मशीन लगाई गई हैं। ऐसी एक ट्रोमल मशीन आठ घंटे की अवधि में करीब 350 मीट्रिक टन कचरे को प्रोसेस करती है। क्षमता में बढ़ोत्तरी के लिए अब प्लांट में एक और ट्रोमल मशीन लगाई जा रही है, जो जल्द काम शुरू कर देगी। इससे कचरे की निस्तारण क्षमता दोगुनी हो जाएगी। प्लांट के आसपास ही कचरे से कंपोस्ट बनाने की प्रक्रिया में निकलने वाली सामग्री के निष्पादन के लिए साइट भी जल्द चिन्हित कर ली जाएगी। अच्छी मात्रा में बन रही खाद

निगम आयुक्त डा. मनोज कुमार के अनुसार शेखपुरा स्थित सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में बेहतर तरीके और अत्याधुनिक मशीनों की मदद से अच्छी मात्रा में कंपोस्ट खाद तैयार की जा रही है। इसके नमूने परीक्षण के लिए आइआइटी रुड़की भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद खाद की बिक्री की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।

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