सीजेएम ने किया राजकीय कन्या विद्यालय का निरीक्षण
सीजेएम जसबीर ने छात्राओं में जागरूकता पैदा करने के लिए राजकीय कन्या वरिष्ठ महाविद्यालय का दौरा किया।
करनाल (विज्ञप्ति): सीजेएम जसबीर ने छात्राओं में जागरूकता पैदा करने के लिए राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का दौरा किया। उन्होंने बताया कि हमारा समाज अभी भी लैंगिक समानता और इसके विषम लिंगानुपात को प्राप्त करने से बहुत दूर है। इसे देखते हुए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि अभी भी समाज में एक बालिका को अक्सर एक दायित्व, एक बोझ के रूप में देखा जाता है। पितृसत्तात्मक मूल्यों के प्रचलित प्रभाव को देखते हुए उनके जन्म से ही बहुत सी लड़कियों को लैंगिक असमानता, लैंगिक रूढि़यों का खामियाजा भुगतना पड़ता है। लड़कों की तुलना में उनके साथ हीन व्यवहार किया जाता है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह कितनी प्रतिभाशाली और महत्वाकांक्षी हैं। बालिका को अक्सर छड़ी का छोटा सिरा मिलता है। शोषण और अभद्रता के डर से कई लड़कियों को स्कूल नहीं भेजा जाता है और घर पर ही रखा जाता है, ताकि जल्द शादी की जा सके। उसकी शादी नहीं हुई है, तब भी युवा लड़की को योग्य शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा, रोजगार के अवसर और समान अधिकार से वंचित रखा जाता है।
सीजेएम ने कहा कि शिक्षित लड़कियां महत्व और स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूकता लाती हैं। बालिकाओं को शिक्षित कर वे स्वस्थ जीवनशैली अपना सकती हैं। सामाजिक संपर्क और आत्म-सुधार के लिए अपनी स्थिति को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल हासिल करने के लिए बालिका को शिक्षित करने की आवश्यकता है। जिला विज्ञान विशेषज्ञ, शिक्षा विभाग करनाल डा. सुशील, प्राचार्य महेन्द्र नरवाल, रेखा रानी, लेक्चरर बायोलाजी, गणित विशेषज्ञ मोहन लाल मुंजाल भी इस अवसर पर उपस्थित थे।