आठ दिसंबर से बसताड़ा के महिला महाविद्यालय में शुरू होगा चिडि़या दा चंबा
उच्च शिक्षण संस्थानों के भीतर छीपी हुई बहुआयामी प्रतिभाओं को बढ़
संवाद सहयोगी, घरौंडा : उच्च शिक्षण संस्थानों के भीतर छीपी हुई बहुआयामी प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए बसताड़ा के राजकीय महिला महाविद्यालय में चिडिय़ा दा चंबा नामक अनोखे व अनूठे कार्यक्रम की शुरूआत होगी। आठ दिसंबर से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम में करनाल रेंज की पुलिस महानिरीक्षक ममता सिंह बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगी।
बसताड़ा महाविद्यालय की इस पहल को उद्देश्य छात्राओं को आगामी हर माह के दूसरे शनिवार को एक मैत्रीपूर्ण एवं अनौपचारिक वातावरण में स्थाई मंच मुहैया करवाना है। बसताड़ा के महिला कालेज में प्रिसिपल डा. पीयूष कुमार ने बताया कि चिडिय़ा दा चंबा एक विशिष्ट प्लेटफार्म है। जिस छात्रा के पास जो भी हुनर है, वह अपनी प्रतिभा इस मंच पर दिखा सकती है। यह मंच छात्राओं को अपनों के मध्य अपने से ही अपनी पहचान बनाने का अवसर उपलब्ध करवाने की ऐसी ही एक कवायद है, जहां वे अपनी हमउम्र सखियों के बीच बेधड़क अपने को पहचानने तथा अभिव्यक्त करने के लिए अवश्य प्रेरित हो सकेंगी।
उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम हर महीने नियमित रूप से आयोजित किया जाना है। इसमें सौ से भी अधिक विधाएं समाहित हैं। इस कारण इसमें अधिकतम प्रतिभागियों के सहभाग लेने से इसमें अधिकतम प्रतिभागियों की प्रतिभा को निखारने की क्षमता अधिक हो जाती है। इस ²ष्टि से यह परंपरागत कार्यक्रमों से भिन्न तथा एक अभिनव कार्यक्रम बन जाता है।
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सौ से अधिक गतिविधियां
आयोजकों ने बताया कि कार्यक्रम में जिले में स्थित सभी सरकारी-गैर सरकारी, एडिड कालेज के साथ- साथ एनडीआरआई, मेडिकल, इंजीनियरिग एवं आर्किटेक्चर जैसे उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्राएं भी भाग ले सकती हैं। कार्यक्रम में आयोजनार्थ सौ से अधिक गतिविधियों को उनकी प्रकृति के अनुरूप मंचीय प्रदर्शन, प्रदर्शनी तथा शेयरिग एक्सपेरियेंस जैसे तीन वर्गों में विभाजित किया गया है। सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण- पत्र प्रदान भी किए जाएंगे।