खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम के लिए चेकिग सिस्टम होगा आनलाइन: राजीव रतन

खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त राजीव रतन ने बताया कि प्रदेश में खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम के लिए चेकिग सिस्टम को आनलाइन किया जाएगा। इससे खाद्य वस्तुओं के लिए गए नमूने से लेकर उसकी जांच रिपोर्ट तक सब कुछ एक पोर्टल पर होगा और परिणाम के बाद दोषी व्यक्ति पर जल्द कार्रवाई भी संभव होगी। आयुक्त राजीव रतन शुक्रवार को उक्त विभाग की ओर से सेक्टर 13 स्थित कम्यूनिटी सेंटर में आयोजित इट राइट मेले में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से प्रत्येक व्यवसाय की साल में कम से कम एक बार चेकिग हो सकेगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 07:38 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 07:38 PM (IST)
खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम के लिए चेकिग सिस्टम होगा आनलाइन: राजीव रतन
खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम के लिए चेकिग सिस्टम होगा आनलाइन: राजीव रतन

जागरण संवाददाता, करनाल : खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त राजीव रतन ने बताया कि प्रदेश में खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम के लिए चेकिग सिस्टम को आनलाइन किया जाएगा। इससे खाद्य वस्तुओं के लिए गए नमूने से लेकर उसकी जांच रिपोर्ट तक सब कुछ एक पोर्टल पर होगा और परिणाम के बाद दोषी व्यक्ति पर जल्द कार्रवाई भी संभव होगी। आयुक्त राजीव रतन शुक्रवार को उक्त विभाग की ओर से सेक्टर 13 स्थित कम्यूनिटी सेंटर में आयोजित इट राइट मेले में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से प्रत्येक व्यवसाय की साल में कम से कम एक बार चेकिग हो सकेगी।

आयुक्त ने आगे बताया कि प्रदेश में फूड टेस्टिग की दो लैब हैं, इनकी संख्या बढ़ाकर चार करेंगे। हालांकि जिला मुख्यालयों पर इस तरह की लैब स्थापित करना अभी मुमकिन नहीं है, लेकिन फूड टेस्टिग के परिणामों में तेजी लाने के लिए कुछ ओर स्टाफ भर्ती करेंगे।

मेले में पौष्टिंकता से भरपूर खाद्य पदार्थों की प्रदर्शनी पर बोलते उन्होंने कहा कि खाने की क्वालिटी से ज्यादा महत्व इस बात का है कि उसके बनाने वाला उसमें मौजूद पौष्टिक तत्वों को बरकरार रखे। बच्चे फास्ट-फूड की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं, जबकि उन्हें पारंपरिक खाद्य पदार्थों के सेवन से जोड़ना चाहिए, ऐसा करना ज्यादा किफायती भी है। इसके लिए उन्होंने बाजरा जैसे खाद्य और इससे बनने वाले विभिन्न व्यंजनों का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बढ़ते परिवारों से खेती की जोत कम हो रही है। ऐसे छोटे व सीमांत किसान बाजरा व गन्ने के रस जैसे पदार्थों से कई तरह की चीजें बनाकर अपनी आमदनी में इजाफा कर सकते हैं।

ईट राइट मेले को लेकर उन्होंने कहा कि इससे लोगों में संतुलित आहार और सही चीजें खाने की जानकारी मिलेगी और वे अपने-आप को तंदरूस्त रख सकेंगे। उन्होंने उपायुक्त निशांत कुमार यादव के साथ मेले में लगे स्टालों का भी अवलोकन किया और हरियाणा तथा पंजाब जैसे राज्यों से आए खाद्य उत्पादकों से संवाद कर दूध, चावल, कोलेस्ट्रोल रहित घी, बाजरे की लस्सी, बिस्कुट व लड्डू, गन्ने की चुसकी व चटनी तथा भोजन में खाद्य तेलों व नमक-चीनी की मात्रा को मापने वाले यंत्र फ्राइंग आयल मानीटर की जानकारी ली।

शुद्ध चीजें ही खानी चाहिए: उपायुक्त

उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि खाने के सही तरीके से शरीर की सेहत पर प्रभाव पड़ता है, शुद्ध चीजें ही खानी चाहिए और खान-पान की आदतें हमारी जीवन शैली में अहम भूमिका अदा करती हैं।

इस दौरान हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से आए वैज्ञानिक डा. जोगिद्र यादव व जिला आयुष कार्यालय के आहार विशेषज्ञ डा. अमित ने भी सही खाएं-अच्छा खाएं और खाने में किन-किन चीजों का ध्यान रखें, जैसी उपयोगी बातें बताई। केमिस्ट एंड ड्रग एसोसिएशन करनाल के अध्यक्ष सरोवर आनंद, जिला औषधि नियंत्रक ऋतु मेहला, विभाग के संयुक्त निदेशक डीके शर्मा, अधिकारी सुभाष शर्मा व मेले में फूड ट्रेनिग पार्टनर जोगिद्र चहल भी मौजूद थे। इससे पूर्व सुबह एसडीएम गौरव कुमार ने इट राइट वाकथन को झंडी दिखाकर रवाना किया।

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